मर्यादा भूला विपक्ष, हंगामे के बीच बिहार विधान सभा की कार्यवाही स्थगित
Bihar Assembly Latest News: बिहार विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्य उत्तेजित होकर सदन के बीच में आए, कार्यवाही स्थगित।
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Bihar Assembly Latest News: बिहार विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्य उत्तेजित होकर सदन के बीच में आए, कार्यवाही स्थगित।
आम मत | पटना
बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में कथित तौर पर माइक तोड़े जाने को लेकर पक्ष और विपक्ष के उत्तेजित सदस्य एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए आज सदन के बीच में आ गए, जिसके बाद मार्शल को बीचबचाव के लिए आना पड़ा और सभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
विधानसभा (Bihar Assembly) में प्रश्नोत्तर काल के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पातेपुर (सु.) विधानसभा क्षेत्र से विधायक लखेंद्र कुमार रौशन को और पूरक प्रश्न पूछने की इजाजत नहीं मिलने तथा माइक बंद रहने के कारण उसे कथित तौर पर तोड़े जाने को लेकर सत्ता पक्ष के सदस्य आपत्ति जताते हुए सदन के बीच में आ गए। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भाजपा सदस्यों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है, इसको लेकर विपक्ष के सदस्य भी सदन के बीच में आ गए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मार्शल भी बीच-बचाव के लिए सदन के बीच में आ गए। कुछ देर के हंगामे के बाद सभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सभा की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी ।इससे पूर्व श्री रौशन के तारांकित प्रश्न के उत्तर में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका को केंद्र सरकार 4500 रुपये देती है और उसमें राज्य सरकार अपनी ओर से राशि मिलाकर प्रतिमाह 5950 रुपये देती है।
इसी तरह सहायिका को 2975 रुपये प्रतिमाह मानदेय का भुगतान किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह योजना केंद्र प्रायोजित है और यदि केंद्र सरकार मानदेय की राशि बढ़ाती है तो राज्य सरकार भी राशि बढ़ाकर देने के लिए तैयार है लेकिन अभी राज्य सरकार इससे ज्यादा देने की स्थिति में नहीं है। इस पर श्री रौशन ने कहा कि सरकार ने स्वीकार किया है कि आंगनबाड़ी सहायिका और सेविका को मानदेय पर रखा गया है तो उन्हें कम से कम दैनिक मजदूरी तो दी जाए।
उन्होंने कहा कि पोस्टग्रेजुएट स्कॉलरशिप में केंद्र सरकार 60 प्रतिशत राशि और बिहार सरकार 40 प्रतिशत राशि दे रही है, उसी प्रकार आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय के भुगतान के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार का प्रतिशत तय किया हुआ है। इसलिए, यदि राज्य सरकार आंगनबाड़ी सेविका के लिए 15000 रुपये और आंगनबाड़ी सहायिका के लिए 10000 रुपये मानदेय तय करती है तो केंद्र सरकार उसी अनुरूप पैसा देगी, इसलिए पहले राज्य सरकार मानदेय की राशि में वृद्धि करे ।
सभाध्यक्ष (Bihar Assembly) अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि मंत्री ने स्पष्ट जवाब दिया है और कहा है कि इस संबंध में केंद्र सरकार से राशि बढ़ाने के लिए पत्र भी लिखा गया है। मंत्री श्री सहनी ने एक बार फिर कहा कि भाजपा के एक भी सांसद बिहार के हित में आवंटन बढ़ाने की बात केंद्र सरकार से करते हों तो बताएं। केंद्र सरकार राशि बढ़ाकर देगी तो राज्य सरकार भी अपनी ओर से राशि जोड़ कर इससे भी ज्यादा देगी।
इसके बाद एक और पूरक पूछने की इजाजत श्री रौशन को नहीं मिली और माइक बंद रहने की वजह से कथित तौर पर श्री रोशन ने माइक को तोड़ दिया। इसके बाद पक्ष-विपक्ष के सदस्य आपस में नोकझोंक करने लगे। इसी दौरान सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य उत्तेजित होकर सदन के बीच में आ गए । इस पर भाजपा के सदस्य भी शोरगुल करते हुए सदन के बीच में आ गए । स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए मार्शल बीच-बचाव के लिए सदन (Bihar Assembly) के बीच में आ गए और पक्ष-विपक्ष के सदस्यों को एक-दूसरे से दूर किया।
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