आम मत | मुंबई
सुशांत सिंह राजपूत केस दिन प्रतिदिन पेचीदा होता जा रहा है। हर रोज नए खुलासे होने पर मामले पर परतें उतरने की जगह चढ़ती जा रही हैं। अब मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने बताया कि आत्महत्या से पहले सुशांत ने सर्च इंजन गूगल पर तीन चीजें सर्च की थी। इनमें बाइपोलर डिसॉर्डर, स्तिजोफ्रेनिया और दर्दरहित मौत के अलावा अपना नाम शामिल हैं।
मुंबई कमिश्नर ने बताया कि सुशांत के फ्लैट को उनकी मौत के दिन यानी 14 जून को ही सील कर दिया गया था। 15 जून को फोरेंसिक टीम और डॉक्टर्स पहुंचे थे। फिर से फ्लैट को डी-सील कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जांच में पता चला है कि सुशांत का नाम उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत से जोड़ा जा रहा था। इससे वे बहुत ज्यादा डिस्टर्ब चल रहे थे।
कमिश्नर सिंह के अनुसार, सुशांत दिशा से केवल एक बार ही मिले थे। उन्होंने दिशा के वकील को मैसेज कर पूछा था कि इस केस में उनका नाम क्यों घसीटा जा रहा है। सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रिया चक्रवर्ती ने सुशांत का घर 8 जून को छोड़ दिया था, क्योंकि वो भी डिप्रेस थी। उसकी हालत भी ठीक नहीं थी, इसलिए वह चली गई थी।
यह भी पढ़ेंः रिया पर अब जादू कराने का आरोप, पूजा के नाम पर निकाले गए थे रुपए
इसके बाद सुशांत की बहन आई और वह भी 13 जून को चली गई, क्योंकि उनकी बेटी के एग्जाम थे। उन्होंने ये भी कहा कि रिया के दो बार बयान दर्ज किए गए। इसमें पता चला कि दोनों के रिश्तों में खटास थी। रिया ने पहली मुलाकात से लेकर, सुशांत की तबीयत खराब होने जैसी चीजों के बारे में बताया था। सुशांत और रिया के परिवार के बीच भी अनबन थी।
सुशांत की थेरेपिस्ट ने किया था बड़ा खुलासा
कुछ दिन पहले सुशांत की थेरेपिस्ट ने खुलासा किया था कि मानसिक बीमारी से जूझते सुशांत के साथ रिया मजबूती से खड़ी थी। उन्होंने कहा कि वे इतने दिनों से फैल रही अफवाहों के कारण ही सामने आई हैं।
यह भी पढ़ेंः निजी ट्रेनें चलाने वाली कंपनियां अपने हिसाब से तय कर सकेंगी किराया
इधर, सुशांत के जीजा विशाल ने थेरेपिस्ट के बयान पर ब्लॉग लिखा। उन्होंने कहा कि किसी भी थेरेपिस्ट के द्वारा अपने क्लाइंट की मेडिकल हिस्ट्री पब्लिक करना नीजता का हनन और गैर कानूनी है। विशाल ने यह भी लिखा कि सिर्फ 3-4 महीनों के कुछ सेशंस के चलते थेपेपिस्ट सुशांत की मेंटल हेल्थ को लेकर दावे नहीं कर सकती हैं।