लाइफस्टाइलस्वास्थ्य

इन आसनों को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा, तनाव से मिलेगा छुटकारा

टीना शर्मा

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी की सबसे बड़ी देन है ‘तनाव’। लगातार तनाव में रहने से बहुत-सी बीमारियां हमें घेर लेती हैं। आज की परिस्थितियों में तनाव से बचा नहीं जा सकता, लेकिन दिनचर्या में थोड़े से बदलाव के जरिए हम तनाव को काफी हद तक कम जरूर कर सकते हैं। आप सोच रहे होंगे कि ये कैसा बदलाव होगा, जो आपके तनाव को कम सकता है। इसका जवाब है योग। योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाकर हम तनाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं। तो आइए जानें तनाव कम करने के लिए कुछ योगाभ्यासः-

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मस्तिष्क को स्थिर रखने के लिए

तनाव का सबसे ज्यादा असर हमारे दिमाग पर ही पड़ता है। इसलिए तनावरहित रहने के लिए जरुरी है कि मस्तिष्क शांत और स्थिर हो। इसके लिए सबसे पहले जमीन पर योगामैट या दरी बिछाएं। अब इस पर पालथी मारकर बैठें। अपने हाथ घुटनों पर रखें, हथेलियां आसमान की ओर रहनी चाहिए। अब मध्यमा (सैकेंड फिंगर) और अंगूठे को आपस में जोड़ें। बाकी सारी उंगलियां सीधी रखें। दोनों नथुनों (Nostrils) से सांस लें। सांस या श्वांस बाहर छोड़ते समय जीभ को ऊपर के दांतों पर अंदर छुते हुए ‘न’ की आवाज करें। ये प्रक्रिया 10 बार दोहराएं।

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तंत्रिका तंत्र को व्यवस्थित रखने के लिए

तंत्रिका तंत्र (Nervous System) ठीक से काम करे इसके लिए अपनी दिनचर्या में यह आसन जरूर शामिल करें। इसे अनुलोम-विलोम कहा जाता है। जमीन पर आसन या दरी बिछाकर पालथी मारकर बैठें। अब दाहिने हाथ के अंगूठे से नासिका (Nose) के दाएं छिद्र (Hole) को बंद करें। बाएं छिद्र से धीरे-धीरे बिना आवाज किए सांस को अंदर लें। थोड़ी देर सांस अंदर रोकें। इसके बाद कनिष्ठा (Little Finger) और अनामिका (Ring Finger) से बाएं छिद्र को बंद करके दाएं से धीरे-धीरे सांस बाहर निकालें। अब इसी तरह दाएं छिद्र से सांस अंदर लें और बाएं से बाहर निकालें। इस क्रिया को 10 बार दोहराएं।

रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए

तनाव के समय अक्सर हमारा रक्तचाप (Blood Pressure) बढ़ जाता है। इसे नियंत्रण में रखने के लिए डेली यह आसन करें। जमीन पर योगामैट या दरी बिछाकर पालथी मारकर बैठें। अपनी पीठ को इस तरह सीधा रखकर बैठें कि आपकी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी रहे। श्वांस सामान्य रूप से ही लेते रहें। अब इस अवस्था में जितनी देर बैठ सकें उतनी देर बैठे रहें। सामान्य रूप में सांस लेते रहें। इससे उच्च रक्तचाप कम होता है और मन भी शांत होता है।

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