आम मत | जयपुर
राजस्थान में चल रही सियासी खींचतान में सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से बड़ा मोड़ आ गया। सीएम गहलोत ने प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर तीखा हमला किया। उन्होंने सचिन पायलट को नाकारा बताया। गहलोत ने कहा कि पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है।
सीएम गहलोत ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पायलट पर आरोप लगाया कि किसी ने सचिन पायलट पर सवाल नहीं उठाए। सात साल में राजस्थान ही ऐसा राज्य था, जहां कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं उठी। सभी जानते थे कि वे (पायलट) निकम्मे, नाकारा थे। हम नहीं चाहते थे कि कोई उनके खिलाफ बोले, सभी ने उन्हें सम्मान दिया। सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि पायलट सभी को लड़वाने का काम कर रहे थे। उन्होंने बहुत गंदा खेल खेला।
वे कहते थे कि मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, ना ही कोई सब्जी बेचने आया हूं। मैं यहां मुख्यमंत्री बनने आया हूं। भाजपा केा खुश करने के लिए साजिश रची। हरीश साल्वे उनका केस लड़ रहे हैं, इतना पैसा कहां से आ रहा है? देश के अंदर गुंडागर्दी हो रही है। पायलट का चाल और चेहरा सामने आ गया है। विधायकों को गुड़गांव में बंधक बनाया गया है।
सीएम ने आरोप लगाया कि जो खेल अभी खेला गया है, वह 10 मार्च को होना था। वे (सचिन पायलट) कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहते थे, बड़े कॉरपोरेट फंडिंग कर रहे थे। भाजपा भी फंडिंग कर रही थी। हमने उनकी साजिश फेल कर दी। गहलोत ने केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि आज देश में गुंडागर्दी हो रही है। मनमर्जी से छापे मारे जा रहे हैं। मुझे पहले से ही पता था कि मेरे नजदीक लोगों के यहां छापे पड़ेंगे। गहलोत ने बताया कि हाईकोर्ट में सचिन पायलट का केस जो वकील लड़ रहे हैं वे बड़े महंगे हैं। उन्हें देने के लिए पैसा कहां से आ रहा है। क्या सचिन पायलट उनकी फीस दे रहे हैं।
‘हमने भाजपा और पायलट की साजिश का पर्दाफाश किया’
हमने पायलट की साजिश का पर्दाफाश किया, भाजपा इसके पीछे का खेल खेल रही है। हमारे साथ जितने भी विधायक हैं, उन्हें सभी तरह की छूट है। वहीं, मानेसर गए हुए सारे विधायक रो रहे हैं, उनके मोबाइल तक छीन लिए गए हैं। हमारा डिप्टी सीएम ही सरकार गिराने में लगा हुआ था। पायलट साहब कई बार खुद चलाकर दिल्ली जाते थे। सबसे छिपकर वे वहां जाते थे और चुपचाप वापस आ जाते थे। वे ऐसा क्यों कर रहे थे।
हाईकोर्ट के निर्देश पर 21 जुलाई तक देना है 19 विधायकों को जवाब
विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस के खिलाफ पायलट गुट ने अपील की थी। मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर स्पीकर सीपी जोशी ने पायलट समेत 19 विधायकों को 14 जुलाई को नोटिस जारी किया था। नोटिस में पूछा गया था कि क्यों ना आपको विधानसभा के अयोग्य घोषित कर दिया जाए। पिछले हफ्ते हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि विधायकों को दिए नोटिस पर स्पीकर 21 जुलाई तक कार्रवाई नहीं करें। इस पर स्पीकर ने सभी 19 विधायकों को जवाब देने के लिए 21 जुलाई शाम 5.30 बजे तक का वक्त दिया।