आम मत हिंदी न्यूज़ | नई दिल्ली
प्रमुख खबरें
- GST दरों में बदलाव: कई वस्तुओं व सेवाओं की दरों में संशोधन, 22 सितंबर 2025 से लागू होंगी।
- GST अपीली ट्रिब्यूनल (GSTAT): अपीलें सितंबर से स्वीकार की जाएंगी, सुनवाई दिसंबर से शुरू होगी।
- विकास व पारदर्शिता: नई व्यवस्था से व्यापार में पारदर्शिता व विश्वास बढ़ेगा, छोटे कारोबारियों को राहत मिलेगी।
New GST Reform 2025: सस्ते होंगे राशन, बीमा और सेवाएं

Latest update on New GST Reform 2025: 15 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण के बाद जिस बड़े GST सुधार पैकेज की घोषणा हुई थी, अब उसका असर दिखने लगा है। 56वीं जीएसटी परिषद की बैठक में इन सुधारों को मंजूरी मिल गई है। यह सुधार न सिर्फ कर प्रणाली को आसान बनाएंगे बल्कि सीधे-सीधे आम जनता, छोटे व्यापारियों और किसानों की ज़िंदगी को आसान करेंगे।
क्या है नया GST सुधार?
सरकार ने पुराने जटिल टैक्स ढांचे को बदलकर अब सिर्फ दो मुख्य टैक्स दरों में बाँट दिया है:
- मानक दर (18%) – बड़े उद्योगों और सामान्य सेवाओं पर लागू।
- मेरिट दर (5%) – रोज़मर्रा के सामान, कृषि और स्वास्थ्य सेवाओं पर लागू।
- इसके अलावा कुछ विलासी और नशीली वस्तुओं जैसे तंबाकू, शराब व लग्ज़री प्रोडक्ट्स पर 40% डिमेरिट दर तय की गई है।
➡️ इस बदलाव से टैक्स समझना आसान होगा और खरीदार–विक्रेता दोनों के लिए पारदर्शिता बढ़ेगी।
कौन-से सामान हुए सस्ते?
सरकार ने आम जनता की जेब का ध्यान रखते हुए कई जरूरी चीज़ों पर टैक्स घटाया या खत्म कर दिया है।
वस्तु | पुरानी दर | नई दर | राहत |
---|---|---|---|
आटा, रोटी, पराठा, पूरी | 18% | 0% | पूरी तरह टैक्स फ्री |
मसाले, दूध, घी, पनीर | 12–18% | 0–5% | रसोई के सामान पर राहत |
साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट | 18% | 5% | घर की ज़रूरत सस्ती |
पैकेज्ड स्नैक्स, चॉकलेट, कॉफी | 12–18% | 5% | बच्चों के पसंदीदा पर कटौती |
कृषि उपकरण, मशीनरी | 12% | 5% | किसान होंगे मज़बूत |
स्वास्थ्य व जीवन बीमा | 18% | 0% | अब पूरी तरह GST मुक्त |
👉 इन बदलावों से सीधे परिवार का मासिक बजट हल्का होगा।
क्या हुआ महंगा?
सरकार ने सेहत और समाज के लिए हानिकारक वस्तुओं को महंगा करने का फैसला किया है।
- तंबाकू व सिगरेट
- शराब आधारित पेय
- लग्ज़री कारें
- महंगे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स
इन पर 40% तक टैक्स लगेगा। उम्मीद है कि इससे इनकी खपत घटेगी और समाज पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
सेवाओं में बड़े बदलाव
- होटल जिनका किराया ₹7,500 प्रति दिन तक है, अब सिर्फ 5% GST पर आएंगे।
- जिम, योग केंद्र और सैलून जैसी सेवाएं अब 18% से घटकर 5% पर मिलेंगी।
➡️ यानी आम आदमी के लिए स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल सेवाएं भी सस्ती होंगी।
कानूनी विवादों के लिए नया GSTAT
कर विवादों को तुरंत सुलझाने के लिए GST अपीलीय ट्रिब्यूनल (GSTAT) की स्थापना की जाएगी। यह दिसंबर 2025 से काम करना शुरू करेगा। इससे कारोबारियों को तेज़ और पारदर्शी न्याय मिलेगा।
डेटा सारांश सारणी
निर्णय | लागू तिथि | विशेष विवरण |
---|---|---|
वस्तुओं/सेवाओं की GST दरें | 22 सितंबर 2025 | HSN व सेक्टरवाइज संशोधन |
GST अपीली ट्रिब्यूनल | सितंबर 2025 | अपील स्वीकार, दिसंबर से सुनवाई |
पुरानी अपीलों की सीमा | 30 जून 2026 | सभी बैकलॉग केस फाइल किए जाएं |
आगे की प्रक्रिया | चरणबद्ध कार्यान्वयन | पारदर्शिता एवं विवाद निवारण |
छोटे व्यापारियों और ई-कॉमर्स को फायदा
- अब जिनका कारोबार ₹2.5 लाख/माह तक है, उन्हें तुरंत और आसान GST रजिस्ट्रेशन मिलेगा।
- ऑनलाइन बेचने वाले छोटे विक्रेताओं के लिए भी सरल नियम आएंगे।
- छोटे निर्यातकों को कूरियर व पोस्टल सेवा के ज़रिये रिफंड की सीधी सुविधा दी जाएगी।
किसानों, छात्रों और मरीजों के लिए राहत
- कृषि उपकरण और खाद्य सामग्री पर टैक्स में कमी।
- 33 जीवनरक्षक दवाएं पूरी तरह टैक्स फ्री।
- किताबें, पेंसिल, नक्शे जैसी शैक्षणिक सामग्री पर भी टैक्स घटाया या खत्म कर दिया गया।
आम आदमी पर असर
- रोज़मर्रा का राशन और घरेलू सामान होगा सस्ता।
- टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन जैसे कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की कीमत 8–10% तक घट सकती है।
- स्वास्थ्य और बीमा पॉलिसियां टैक्स फ्री होने से जेब पर कम बोझ।
- विलासी और नशीली चीज़ें महंगी होकर खपत कम करेंगी।
- छोटे कारोबारियों के लिए नए नियम कारोबार आसान बनाएंगे।
अंत में निष्कर्ष: आर्थिक विकास की नई दिशा
56वीं जीएसटी परिषद के फैसले सिर्फ कर सुधार नहीं, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था में क्रांति साबित हो सकते हैं। इससे:
- टैक्स ढांचा होगा पारदर्शी,
- व्यापार होगा आसान,
- आम जनता की जिंदगी होगी हल्की,
- और देश की GDP को नई रफ्तार मिलेगी।
👉 सरकार का साफ संदेश है – “GST अब जनता के लिए है, जनता पर बोझ नहीं।”
Latest Update: GST Council Meeting 2025”
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