आम मत | टीना शर्मा
जन्माष्टमी आने में सिर्फ एक दिन बाकी है। इस दिन को मनाने के लिए हिंदू धर्मावलंबी व्रत-उपवास रखते हैं। वे पूरे दिन भूखे रहकर कान्हा के भजन-कीर्तन करते हैं। कई लोग फलाहार करते हैं तो कई लोग एक टाइम भोजन करते हैं। अगर आप इस दिन फलाहार करने वाले हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। आइए इस बार हम बनाते हैं कुछ खास फलाहार कान्हा जी और अपने लिए-
आलू कैंडी
क्या चाहिए- 4 आलू (मध्यम आकार के), 1/2 कप मूंगफली के दाने (भुने और पिसे हुए), 1/2 कप नारियल (कद्दू कस किया), नींबू का रस आवश्यकतानुसार, 2 टेबल स्पून खसखस, 2 टेबल स्पून अरारोट, सेंधा नमक स्वादानुसार, काजू और किशमिश आवश्यकतानुसार, 1 हरी मिर्च व हरा धनिया (बारीक कटे)
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कैसे बनाएं- आलू उबाल लें। इसमें मूंगफली, नींबू का रस, कटा हरा धनिया, हरी मिर्च, काजू, किशमिश, नारियल, अरारोट और सेंधा नमक मिला लें। मोल्ड से कैंडी जैसा आकार देकर, ऊपर खसखस छिड़क दें। घी में तलकर हरी चटनी के साथ सर्व करें।
साबूदाना के लड्डू
क्या चाहिए- 1 कप साबूदाना, 2 कप मखाना, 1/2 कप मूंगफली के दाने (भुने और छिले हुए), 2 टेबल स्पून खरबूजे के बीज, 1 टेबल स्पून चिरौंजी, 1 टेबल स्पून किशमिश, 1/2 कप खोया (कद्दूकस), 3/4 कप घी, 3/4 कप शक्कर (पिसी हुई)
कैसे बनाएं- साबूदाना को कड़ाही में धीमी आंच पर 3-4 मिनट भूनकर एक बर्तन में निकाल लें। अब मखाने भी धीमी आंच पर करारे होने तक भूनें। साबूदाना को ठंडा होने पर मिक्सी में बारीक पीस लें। मूंगफली और मखाने भी अलग-अलग दरदरा पीस लें। अब कड़ाही में घी गर्म करके साबूदाना का पाउडर धीमी आंच पर भूनें। साबूदाने का रंग नहीं बदलना चाहिए। भूनने के बाद उसमें मखाना और मूंगफली पाउडर मिलाकर एक मिनट के लिए भून लें। अब इसमें खोया और खरबूजे के बीज डालकर धीमी आंच पर 5 मिनट भूनें। गैस बंद कर दें। मिश्रण ठंडा होने पर उसमें चिरौंजी, किशमिश और पिसी शक्कर मिलाकर लड्डू बनाएं।
मिक्स डोसा
क्या चाहिए- 1/2 कप सावक का चावल, 2 टेबल स्पून सिंघाडे़ का आटा, 1/2 छोटा चम्मच टी स्पून जीरा, 1/4 टी स्पून सेंधा नमक, घी (सेंकने के लिए)
फिलिंग के लिए- 1 कप आलू (उबला), 1 हरी मिर्च (बारीक कटी), 1 टेबल स्पून (हरा धनिया बारीक कटा हुआ), सेंधा नमक स्वादानुसार
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कैसे बनाएं- सावक के चावल को 2-3 घंटे पानी में भिगोकर रखें। बाद में पानी निकालकर 2 टेबल स्पून पानी के साथ बारीक पीस लें। इसमें नमक, जीरा और सिंघाड़े का आटा मिलाकर घोल तैयार करें। पैन में एक चम्मच घी गर्म करके जीरा डालें, फिर उबालकर कट किया हुआ आलू, हरी मिर्च, नमक और धनिया डालकर भून लें। अब गैस बंद करके ठंडा होने दें। नॉनस्टिक तवा गर्म करें, उसमें एक चम्मच घोल डालकर दोनों तरफ घी लगाकर सेंक लें। डोसे पर थोड़ा आलू का मसाला रखें और धनिए की चटनी और दही के साथ गर्मागर्म परोसें।
सिंघाड़ा भुजिया
क्या चाहिए- 2 कप सिंघाड़े का आटा, 1/2 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर, 1/2 टी स्पून सेंधा नमक, 1/2 कप आलू (उबालकर कद्दूकस किया हुआ), घी आवश्यकतानुसार
कैसे बनाएं- सिंघाड़े के आटे में आलू, सेंधा नमक और लाल मिर्च पाउडर डालकर गूंथ लें। आटा न ज्यादा सख्त हो, न ज्यादा नरम। अब भुजिया बनाने वाली मशीन में इस आटे की लोई भरें। अब कड़ाही में घी गर्म करें। मशीन से भुजिया कड़ाही में डालें, मीडियम फ्लेम पर भुजिया करारी होने तक तलें। ठंडा होने पर एयर टाइट कंटेनर में भर लें।
रामदाना का दलिया
क्या चाहिए- 2 कप रामदाना (भिगोए हुए), 1/2 लीटर फुल क्रीम दूध, 2 टेबल स्पून बादाम कटे हुए, 1 टेबल स्पून चिरौंजी, 4 टेबल स्पून चीनी
कैसे बनाएं- दूध को उबालें और धीमी आंच पर पांच मिनट तक पकाएं। इसमें भीगा हुआ रामदाना डालकर गाढ़ा होने तक पकाएं। अब चीनी डालकर घुलने तक चलाएं। गैस बंद कर दें। मेवा डालकर ठंडा या गर्म इच्छानुसार खाएं और खिलाएं।
मेवा फिरनी
क्या चाहिए- 1 टेबल स्पून सावक के चावल, 2 टेबल स्पून काजू टुकड़ी, 1/2 लीटर दूध, 2 टेबल स्पून बादाम, 5 टेबल स्पून चीनी, 1 टी स्पून चिरौंजी व पिस्ता कतरन सजावट के लिए
कैसे बनाएं- सावक के चावल को एक घंटा पानी में भिगो दें। काजू-बादाम को भी गर्म पानी में अलग-अलग भिगो दें। 1 घंटे बाद चावल से पानी निकाल लें। काजू व बादाम से भी पानी निकाल लें। बादाम का छिलका उतार दें। तीनों चीजों को मिक्सी में दो टेबल स्पून दूध डालकर पीस लें। दूध गर्म करें। दूध में उबाल आने लगे तब धीरे-धीरे करके मिश्रण डालें। जब गाढ़ा होने लगे तो चीनी डाल दें। चीनी घुल जाए तब गैस बंद कर दें। फिरनी को ठंडा होने के बाद चिरौंजी व पिस्ता कतरन से सजाकर परोसें।