नई दिल्ली. उत्तरप्रदेश के कानपुर स्थित ऑर्डिनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री (OEF) ने एक ऐसे टेंट (Tent) का निर्माण करने में सफलता हासिल की है, जो एंटी बैक्टीरियल (Anti-Bacterial) है। यानी इस टेंट में पूरी तरह से संक्रमण मुक्त इलाज किया जा सकता है। हालांकि, यह टेंट कपड़े से बनाया गया है, लेकिन इस पर एंटी बैक्टीरियल फैब्रिक (Fabric) की कोटिंग की गई है। इस कोटिंग के संपर्क में आते ही बैक्टीरिया (Bacteria) मर जाते हैं। एंटी बैक्टीरियल होने के साथ ही इस टेंट के अंदर का तापमान (Temperature) बाहर के तापमान के बढ़ने के बाद भी 7-10 डिग्री तक कम हो जाता है। यह 4 मीटर लंबा और 2 मीटर चौड़ा है, जिसमें दो मरीजों (Patient) का इलाज आराम से हो सकता है। खुले में इलाज के दौरान बैक्टीरिया का संक्रमण मरीजों के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है। बैक्टीरिया से सुरक्षित होने से यह टेंट उन्हें दोगुनी गति से ठीक करने में मददगार साबित होगा। बाहरी संक्रमण का खतरा न होने के रेगिस्तान, पहाड़ और जंगलों में भी कारगर इलाज किया जा सकेगा। एंटी बैक्टीरियल टेंट में की गई फैब्रिक की कोटिंग धूल व धुएं (Dust and Smoke) के कण को भी रोकने में कारगर है।
नजर न आने वाले अतिसूक्ष्म कण भी नहीं घुस सकते। यह तकनीक विकसित करने में ओईएफ के वैज्ञानिकों (Scientist) को करीब एक साल का समय लगा। इस टेंट के निर्माण के लिए वाटरप्रूफ कपड़े (Waterproof Fabric) का इस्तेमाल किया गया है, जिसके कारण बारिश और पानी का किसी प्रकार का असर नहीं होगा। एल्युमिनियम एलॉय व माइल्ड स्टील स्ट्रक्चर (Structure) पर बना यह टेंट कोविड-19 (Covid-19) जैसी संक्रमण की बीमारियों में भी कारगर है। ओईएफ के महाप्रबंधक डीसी श्रीवास्तव ने बताया कि टेंट में जरूरी मेडिकल उपकरण (Medical Equipment) रखने की पर्याप्त जगह है। टेंट बनाने की प्रक्रिया के तहत एंटी बैक्टीरियल प्रोसेसिंग करके कपड़े को संक्रमणमुक्त बनाया गया है। फैब्रिक की कोटिंग करके ऐसे तैयार किया गया है कि यह बैक्टीरिया से बचाव के लिए कवच की तरह काम करता है। श्रीवास्तव का मानना है कि इस टेंट के प्रयोग से ऐसे इलाकों में भी सैनिकों, मरीजों को स्वास्थ सुविधाएं मुहैया हो पाएंगी, जहां मेडिकल सेवा पहुंच पाना मुश्किल है। ये टेंट युद्ध, महामारी जैसी आपात स्थितियों में काफी कारगर साबित होगा।