आम मत | जयपुर / नई दिल्ली
राजस्थान और दिल्ली में कोरोना के कारण पिछले 10 महीनों से बंद चल रहे स्कूल सोमवार से खुल गए। हालांकि, फिलहाल कक्षा 9 से 12 तक के लिए स्कूल खोले जाने की अनुमति मिली है। जयपुर के सभी स्कूलों ने कोरोना गाइड लाइन के पालन की तैयारी रविवार तक पूरी कर ली थी। इसी तैयारी के साथ सोमवार को जब बच्चे जब स्कूल गेट पर पहुंचे तो यहां उन्हें थर्मल स्कैनिंग और मास्क जांच के साथ एंट्री दी गई। कुछ स्कूल 10 बजे खुलेंगे।
कुछ स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गेट के बाहर सफेद गोले बनाए गए हैं, ताकि उनमें 6 फीट की दूरी बनी रहें। स्कूलों के एंट्री गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी नजर आई। स्कूलों में ऑनलाइन क्लासें भी ऑफलाइन के साथ चलेगी यानी जो स्टूडेंट्स स्कूल में क्लास आने के इच्छुक नहीं हैं, वे ऑनलाइन घर बैठकर वह क्लास ज्वाइन कर सकेंगे। वहीं, स्कूलों को दिल्ली सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस का अनुपालन करने का आदेश दिया गया है।
गाइडलाइंस में बताया गया है कि इमरजेंसी के लिए स्कूल में क्वारंटाइन रूम की व्यवस्था करनी होगी। स्कूल के कैंपस में मास्क पहनना अनिवार्य होगा, सामाजिक दूरी का पालन करना होगा और कम से कम 6 फीट की दूरी बनानी होगी।
मुलाकात करनेवालों को स्कूल में आने की अनुमति नहीं होगी, छात्रों की भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा। स्कूल में कोरोना वायरस से जुड़े नियमों के पोस्टर बच्चों को वक्त वक्त पर याद दिलाने के लिए लगाए जाएंगे।
स्कूलों में इन प्रोटोकॉल का रखा गया ध्यान
- कोरोना गाइडलाइन के तहत सबसे पहले प्रोटोकाल NO MASK NO ENTRY का रहेगा। यानी स्कूल में आने वाले सभी स्टूडेंट्स को मास्क पहनकर ही प्रवेश करना होगा।
- स्कूलों की एंट्री गेट और क्लास में प्रवेश करने से पहले सभी स्डूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। उनके शरीर का तापमान चेक किया जाएगा।
- स्कूल पहुंचने वाले स्टूडेंट्स को पैरेंट्स का लिखित हस्ताक्षर युक्त सहमति पत्र लाना होगा। स्कूल के गेट पर ही इसे चेक किया जाएगा। इसके बाद ही क्लास तक जाने दिया जाएगा।
- स्कूल परिसर में प्रवेश करने पर 6 फीट की दूरी रखकर ही लाइन में खड़ा होना होगा। इसके लिए कई स्कूलों में एंट्री गेट से क्लास तक सर्किल बनाए गए हैं।
- स्कूलों में प्रवेश करने पर छात्र छात्राओं को हाथ सैनिटाइज करवाया जाएगा।