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नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की ऐतिहासिक यात्रा पर प्रधानमंत्री मोदी: बढ़ेंगे रणनीतिक संबंध

नई दिल्ली | आम मत

PM Modi Foreign Visits 2024: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी आज से अपनी 6 दिवसीय यात्रा की शुरुआत नाइजीरिया से करेंगे। यह यात्रा 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली नाइजीरिया यात्रा है, जो इस देश के साथ भारत के गहरे संबंधों को और मजबूत करने का संकेत है। प्रधानमंत्री मोदी, नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के निमंत्रण पर वहां पहुंचे हैं।

नाइजीरिया यात्रा का महत्व और भारत के सहयोग

नाइजीरिया में प्रधानमंत्री, द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे और आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा करेंगे। नाइजीरिया में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करना इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।

भारत और नाइजीरिया के बीच लंबे समय से रणनीतिक साझेदारी कायम है। 200 से अधिक भारतीय कंपनियों ने नाइजीरिया में $27 बिलियन से अधिक का निवेश किया है। यह निवेश मुख्य रूप से ऊर्जा, फार्मा, और निर्माण क्षेत्रों में है, जो दोनों देशों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित हो रहा है।


ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन की भागीदारी

G-20 Summit Brazil 2024,

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का दूसरा चरण ब्राजील का है, जहां वे 18 और 19 नवंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit 2024) में भाग लेंगे। यह सम्मेलन रियो डी जनेरियो में आयोजित होगा और इसकी मेजबानी ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा करेंगे।

भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी-20 ट्रोइका का हिस्सा है और इन वार्ताओं में एक अहम भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन में भारत के दृष्टिकोण को वैश्विक मंच पर साझा करेंगे। वे विकासशील देशों के लिए “वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ” जैसी पहलों के परिणामों पर भी चर्चा करेंगे।

PM Modi G-20 Summit 2023
नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की ऐतिहासिक यात्रा पर प्रधानमंत्री मोदी: बढ़ेंगे रणनीतिक संबंध 9

इस शिखर सम्मेलन से अलग प्रधानमंत्री कई वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें नई दिल्ली घोषणा-पत्र (New Delhi Declaration) के प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा होगी। भारत ने हाल ही में सफलतापूर्वक जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) की मेजबानी की थी, जिससे देश की वैश्विक स्थिति और मजबूत हुई है।


गुयाना यात्रा और भारतीय समुदाय से संबंध

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का तीसरा चरण गुयाना पर केंद्रित है। 19 से 21 नवंबर तक वे गुयाना की राजकीय यात्रा पर रहेंगे। यह 1968 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली गुयाना यात्रा है।

गुयाना के राष्ट्रपति डॉक्टर मोहम्मद इरफान अली के साथ प्रधानमंत्री मोदी कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह यात्रा भारतवंशियों के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि गुयाना में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। प्रधानमंत्री गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे और भारतीय समुदाय से संवाद करेंगे।

पिछले वर्ष, राष्ट्रपति मोहम्मद अली ने भारत यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लिया था और उन्हें प्रवासी भारतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध कितने गहरे हैं।


कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन का उद्देश्य

गुयाना यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी, कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन (CARICOM-India Summit) में भाग लेंगे। कैरिकॉम 15 कैरेबियाई देशों का एक अंतरसरकारी संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक सहयोग और विकास को बढ़ावा देना है।

यह सम्मेलन भारत और कैरिकॉम देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को और गहराई देने का मंच बनेगा। इसके तहत आर्थिक और सांस्कृतिक साझेदारी पर जोर दिया जाएगा। भारत ने हाल ही में कई कैरिकॉम देशों को स्वास्थ्य, शिक्षा, और ऊर्जा के क्षेत्रों में सहायता प्रदान की है, जो इस संबंध को और मजबूत बनाता है।


यात्रा से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल-जवाब

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा क्यों महत्वपूर्ण है?

यह यात्रा तीन देशों—नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना—में भारत के आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का एक अवसर है। यह वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाती है।

नाइजीरिया में भारत का मुख्य सहयोग किस क्षेत्र में है?

नाइजीरिया में भारत का मुख्य सहयोग ऊर्जा, रक्षा और व्यापार के क्षेत्रों में है। 200 से अधिक भारतीय कंपनियों ने यहां बड़े निवेश किए हैं।

ब्राजील में जी-20 सम्मेलन में भारत का एजेंडा क्या होगा?

भारत सम्मेलन में विकासशील देशों की आवाज उठाने, नई दिल्ली घोषणा-पत्र को बढ़ावा देने और वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर समाधान खोजने में सक्रिय भूमिका निभाएगा।

गुयाना में भारतवंशियों के लिए इस यात्रा का क्या महत्व है?

गुयाना में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का वहां भारतीय समुदाय से संवाद, इन संबंधों को और गहराई देने का एक प्रयास है।

कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन क्यों महत्वपूर्ण है?

यह सम्मेलन भारत और कैरिकॉम देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का एक मंच है।


प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा तीन देशों के साथ भारत के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का अवसर है। चाहे वह आर्थिक सहयोग, रणनीतिक साझेदारी, या सांस्कृतिक संबंध हों, यह दौरा वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को और मजबूत करेगा।


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