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केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक ने किसानों के लिए 9.80 करोड़ डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली, 30 नवंबर, 2024: ADB MOU Farmer Loan 2024 – केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक (ADB) ने भारतीय बागवानी किसानों की सहायता के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। दोनों पक्षों ने मिलकर 9 करोड़ 80 लाख डॉलर के ऋण समझौते (ADB Loan MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पहल न केवल भारत में बागवानी क्षेत्र को सशक्त बनाएगी बल्कि पौधों के स्वास्थ्य प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगी।


समझौते का मुख्य उद्देश्य

ADB MOU Farmer Loan 2024: इस ऋण समझौते का उद्देश्य रोग-मुक्त प्रमाणित रोपण सामग्री को बढ़ावा देना और फलों की उत्पादकता व गुणवत्ता में सुधार करना है। इसके अतिरिक्त, यह परियोजना भारतीय बागवानी क्षेत्र को जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरों के अनुकूल बनाने में सहायक होगी।

आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव जूही मुखर्जी और भारत में एशियाई विकास बैंक के रेज़िडेंट मिशन के प्रभारी अधिकारी काई वेई येओ ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस पहल के तहत किसानों को आधुनिक तकनीकों और बेहतर प्रबंधन प्रणाली का लाभ मिलेगा।


परियोजना में शामिल प्रमुख संगठन

इस परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न हितधारकों को शामिल किया गया है। इनमें शामिल हैं:

  • निजी नर्सरियां
  • शोधकर्ता
  • राज्य सरकारें
  • किसानों से जुड़े संगठन

इस बहु-स्तरीय सहयोग से यह परियोजना न केवल फलों की गुणवत्ता को बढ़ाएगी, बल्कि भारतीय बागवानी क्षेत्र में स्थायित्व भी लाएगी।


परियोजना की खास बातें

पौधों के स्वास्थ्य प्रबंधन को बढ़ावा

परियोजना का एक प्रमुख पहलू पौधों के स्वास्थ्य प्रबंधन में सुधार करना है। इससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली, रोग-मुक्त रोपण सामग्री उपलब्ध होगी, जो उत्पादन लागत को कम करने और फसल की पैदावार को बढ़ाने में सहायक होगी।

जलवायु परिवर्तन से निपटने की तैयारी

ADB Loan MOU: इस समझौते का एक अन्य महत्वपूर्ण लक्ष्य किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने में सक्षम बनाना है। नई तकनीकों और प्रथाओं का उपयोग किसानों को बदलते मौसम की परिस्थितियों के प्रति अधिक अनुकूल बनाएगा।


कैसे होगा किसानों को लाभ?

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केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक ने किसानों के लिए 9.80 करोड़ डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए 6

यह परियोजना सीधे किसानों के उत्पादन और आय में वृद्धि करेगी। इसके कुछ प्रमुख लाभ हैं:

  1. रोग-मुक्त फसलों की उपलब्धता: बेहतर गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री उपलब्ध होगी।
  2. उत्पादकता में सुधार: नई तकनीकों से फलों की पैदावार और गुणवत्ता में सुधार होगा।
  3. जलवायु अनुकूल खेती: जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल।
  4. स्थानीय अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण: बागवानी क्षेत्र में सुधार से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

एशियाई विकास बैंक की भूमिका

एशियाई विकास बैंक (ADB) ने इस परियोजना में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की है। बैंक का लक्ष्य किसानों को नवीनतम तकनीक और वैश्विक मानकों के अनुरूप समाधान प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त, एडीबी ने भारतीय बागवानी क्षेत्र में दीर्घकालिक स्थिरता लाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।

ADB के अधिकारी काई वेई येओ ने कहा:

“यह परियोजना भारत के बागवानी किसानों के लिए एक बड़ा बदलाव लाएगी। हम इस पहल के जरिए किसानों को सशक्त बनाना चाहते हैं।”


वित्त मंत्रालय का दृष्टिकोण

वित्त मंत्रालय ने इस परियोजना को एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में देखा है। मंत्रालय के मुताबिक, यह परियोजना:

  • किसानों के लिए आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करेगी।
  • पौधों के स्वास्थ्य और उत्पादन में सुधार करेगी।
  • भारतीय कृषि क्षेत्र को अधिक सतत और प्रभावी बनाएगी।

भारत के लिए इस परियोजना का महत्व

भारत, जो कि एक कृषि प्रधान देश है, में बागवानी क्षेत्र का विशेष महत्व है। यह क्षेत्र न केवल आर्थिक विकास में योगदान देता है, बल्कि रोजगार का एक बड़ा स्रोत भी है। इस समझौते से:

  • भारत की बागवानी फसलों का वैश्विक निर्यात बढ़ेगा।
  • फसल की गुणवत्ता में सुधार के कारण घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
  • किसानों की आय और जीवन स्तर में सुधार होगा।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल एक क्रांतिकारी कदम साबित होगी। उनके अनुसार:

  • कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह ने कहा, “यह परियोजना भारतीय बागवानी क्षेत्र को नई दिशा देगी। रोग-मुक्त रोपण सामग्री से फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता दोनों बढ़ेंगी।”
  • आर्थिक विशेषज्ञ प्रियंका शर्मा के मुताबिक, “एडीबी के सहयोग से किसानों को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा। यह परियोजना किसानों को सशक्त बनाने के साथ-साथ भारतीय कृषि क्षेत्र में स्थिरता लाएगी।”

FAQ: आम सवाल-जवाब

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बागवानी किसानों को रोग-मुक्त प्रमाणित रोपण सामग्री उपलब्ध कराना और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने में सहायता करना है।

कौन-कौन सी संस्थाएं इसमें शामिल हैं?

इस परियोजना में निजी नर्सरियां, शोधकर्ता, राज्य सरकारें और किसानों से जुड़े संगठन शामिल हैं।

किसानों को क्या लाभ होगा?

किसानों को बेहतर गुणवत्ता वाली फसलें, उत्पादकता में वृद्धि, जलवायु अनुकूल तकनीकों का लाभ मिलेगा।

एशियाई विकास बैंक की इसमें क्या भूमिका है?

ADB इस परियोजना के लिए वित्तीय सहायता और तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहा है।

इस परियोजना से भारत को क्या लाभ होगा?

भारत की फसलों की गुणवत्ता और निर्यात में वृद्धि होगी, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।


निष्कर्ष: भारत में बागवानी किसानों के लिए एडीबी ऋण परियोजना

ADB MOU Farmer Loan 2024: केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक के बीच हुआ यह समझौता भारतीय किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। यह पहल न केवल बागवानी क्षेत्र में सुधार करेगी, बल्कि किसानों को आधुनिक तकनीकों और प्रथाओं के साथ जोड़कर उनकी आय और जीवन स्तर को भी सशक्त बनाएगी।

यह परियोजना, भारतीय कृषि क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है, जो किसानों को बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगी।

मुख्य बातें


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