आम मत | नई दिल्ली
दीपोत्सव का पर्व शुक्रवार यानी 13 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। पांच दिवसीय दीपोत्सव धनतेरस से शुरू होता है और भैया दूज पर खत्म होता है। धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन सोने-चांदी के बर्तन आदि खरीदने के रिवाज है। वहीं, इस दिन दीपक भी जलाए जाते हैं।
दीपोत्सव का पर्व धनतेरस, छोटी दिवाली या रूप चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन और भैयादूज यानी 5 दिनों तक दीपक जलाए जाते हैं। ऐसा करना बेहद शुभकारी माना जाता है। इन दिनों में लोग दीपक जलाकर माता लक्ष्मी का स्वागत करते हैं। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि धनतेरस के दिन किस दिशा में विशेष दीपक जलाने से आपको लाभ होगा।
आग्नेय कोण
अगर किसी के घर का मुख्य द्वार आग्नेय कोण की तरफ या में है तो ऐसे में एक मिट्टी का दीपक लें, उसमें सुगंधित तेल जैसे चमेली या अन्य डालें। इसके साथ ही दीपक में एक पीली कौड़ी भी डालें। इसके बाद इस दीपक को इसी दिशा में जलाएं।
दक्षिण दिशा
अगर घर दक्षिण दिशा में है तो इसके लिए भी विशेष दीपक है, जिसे जलाने से आपको लाभ होगा। एक दीपक में चमेली का तेल और राई डालकर दक्षिण दिशा में जलाएं। अगर चमेली का तेल नहीं है तो सरसों के तेल में चमेली का इत्र भी डाल सकते हैं। इस दीपक में भी राई जरूर डालें।
नैरेत्य कोण
अगर घर का मुख्य द्वार दक्षिण-पश्चिम दिशा या नैरेत्य कोण की ओर खुलता है तो ऐसे में आपको इसी दिशा में एक दीपक सरसों के तेल और लौंग के साथ जलाएं।
पश्चिम दिशा
अगर घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में है तो इसके लिए एक दीपक तिल के तेल और किशमिश के साथ जलाएं।
वायव्य कोण
अगर किसी का उत्तर पश्चिम दिशा में है या घर का मुख वायव्य कोण यानी उत्तर-पश्चिम दिशा में है तो ऐसे में धनतेरस के दिन एक दीपक में नारियल का तेल और मिश्री डालकर जलाएं।
उत्तर दिशा
जिन लोगों के घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में खुलता है। ऐसे लोगों को उत्तर दिशा में ही एक दीपक नारियल तेल और इलायची डालकर जलाने से फायदा होता है।
ईशान कोण
अगर आपके घर का मुख्य द्वार ईशान कोण में खुलता है तो धनतेरस के दिन इसी दिशा में घी का दीपक जलाएं। इस दीपक में चुटकीभर हल्दी भी डालें। अगर पीतल के दीपक में हल्दी डालकर जलाने से बेहद फायदा होगा।
पूर्व दिशा
जिन लोगों के घर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा में खुलता है। ऐसे लोगों को लाल तेल में कुमकुम डालकर धनतेरस को एक मिट्टी का दीपक जलाने से धनधान्य की कमी नहीं रहती है। इस दीपक में कुमकुम मिलाना ना भूलें।