आम मत | नई दिल्ली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने राजस्थान में विधायक खरीद मामले में वायरल हुए ऑडियो क्लिप को लेकर रविवार को प्रेस वार्ता की। इसमें माकन ने कहा कि जिन लोगों के एफआईआर में हैं, वे वॉयस सैंपल क्यों नहीं दे रहे हैं। वे जांच में सहयोग क्यों नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सीबीआई जांच की धमकी दे रही है। जिससे राजस्थान सरकार अपनी जांच रोक दे। भाजपा को यह भी बताना चाहिए कि विधायकों की खरीद के लिए इतना काला धन कहां से आ रहा है। मामले में अगर केंद्र की भूमिका नहीं है तो गजेंद्र सिंह शेखावत जांच में सहयोग क्यों नहीं कर रहे हैं।
माकन ने कहा कि शेखावत का नाम एफआईआर और आवाज ऑडियो क्लिप में है। इसके बाद भी वे अपने पद पर क्यों बने हुए हैं। कांग्रेस की मांग है कि शेखावत अपना पद छोड़ें या सरकार उन्हें पद से हटा दे। अगर उन्हें लगता है कि ऑडियो क्लिप की आवाज उनकी नहीं है तो वे सहयोग करते हुए जांच पूरी होने तक अपना पद छोड़ दें। उन्हें जांच में सहयोग देते हुए वॉयस सैंपल देना चाहिए।
उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया कि मामले में और भी कई बड़े नेता शामिल हैं। इसलिए केंद्र बार बार सीबीआई जांच की धमकी दे रही है। उन्हें धमकी देना बंद कर देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री शेखावत, भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का वॉयस सैंपल लेने गई एसओजी की टीम को दिल्ली पुलिस ने रोका। उधर, फ्लोर टेस्ट के सवाल पर माकन ने कहा कि यह सरकार का फैसला है। सीएम अशोक गहलोत ने हमेशा नियमों की पालना की है। फ्लोर टेस्ट पर भी वे ही फैसला लेंगे।