आम मत | जयपुर
राजस्थान में सियासी संग्राम लगातार जारी है। रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 जुलाई को विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को संशोधित प्रस्ताव दिया है। यह 7 दिन के नोटिस के साथ भेजा गया है। सूत्रों की मानें तो प्रस्ताव में फ्लोर टेस्ट का कोई जिक्र नहीं है। इधर, कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी अभियान छेड़ा है।
दूसरी ओर, कांग्रेस सोमवार को राजस्थान में लोकतंत्र बचाओ प्रदर्शन करेगी। स्पीकअप फॉर डेमोक्रेसी अभियान के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इसके साथ उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होकर आवाज उठाने की अपील की है।
वीडियो में कहा गया है कि भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर रही है। राजस्थान में सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है। ऐसा ही उन्होंने मध्यप्रदेश में किया। हम राजस्थान विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग करते हैं। कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए जनता से पांच सवाल पूछे
कांग्रेस के जनता से पांच सवाल
- क्या देश को भाजपा का प्रजातंत्र और संविधान पर हमला स्वीकार है ?
- बहुमत का फैसला राजस्थान की 8 करोड़ जनता के वोट से होगा या दिल्ली के सत्ता बल और धन बल से होगा ?
- क्या प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार सत्ता के लिए संवैधानिक परंपराओं को रौंद सकते हैं ?
- क्या राजस्थान सरकार द्वारा बुलाए गए विधानसभा सत्र को राज्यपाल इजाजत देने से इनकार कर संविधान की अवहेलना कर सकते हैं?
- क्या राज्यपाल विधायिका के आधार क्षेत्र मे असंवैधानिक तौर पर दखलंदाजी कर सकते हैं ?