आम मत | नई दिल्ली
केरल चुनाव (Kerala Assembly Election) से पहले ही प्रदेश कांग्रेस में बवाल मचना शुरू हो गया है। वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। चाको ने आरोप लगाया कि केरल कांग्रेस दो गुटों में बंट गई है। एक कांग्रेस ए और दूसरा आई है। इससे पार्टी को नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार चाको के इस्तीफे के पीछे दो कारण हैं। पहला, उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था।
दूसरा कारण, दिल्ली में केरल चुनाव (Kerala Assembly Election) को लेकर सोमवार से ही उम्मीदवारों की सूची तैयार करने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की मैराथन बैठक चल रही है। इसमें केरल के सभी वरिष्ठ नेता ओमान चांडी, लीडर ऑफ अपोजीशन चेन्नीथाला, एके एंटनी, शशि थरूर, केसी वेनुगोपाल जैसे नेता शामिल हैं। इसमें चाको भी शामिल थे।
(Kerala Assembly Election) बताया जाता है कि उनकी पसंद के उम्मीदवारों को तरजीह नहीं मिलने से वे नाराज हो गए। ये भी कहा जा रहा है कि वे खुद चुनाव लड़ना चाहते हैं। पीसी चाको कांग्रेस की 40 सदस्यीय इलेक्शन कमेटी के भी सदस्य भी थे। वह त्रिशूर की चलाकुड्डी सीट से चुनाव भी लड़ना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने बकायदा प्रपोजल भी रखा था, लेकिन कांग्रेस लीडरशिप ने उनके नाम को तवज्जो नहीं दी।
Kerala Assembly Election: चाको ने पार्टी पर लगाए आरोप
चाको ने आरोप भी लगाया कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले किसी ने भी केरल चुनाव के संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट जमा नहीं की। चाको ने कहा, ‘मैंने यह तय नहीं किया कि मेरे लिए आगे क्या है। केरल के लोग कांग्रेस को दोबारा सत्ता में वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन पार्टी के अंदर ग्रुपिज्म ने इस रास्ते को बंद कर दिया है।’