आम मत | पुणे
देश में कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्लांट में गुरुवार को आग लग गई। इसके चलते 5 कर्मचारियों की मौत हो गई। हालांकि आग नए प्लांट में लगी, जहां अभी वैक्सीन का उत्पादन शुरू नहीं हुआ। फायर ब्रिगेड की 15 गाड़ियों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
आग का कारण शॉर्ट सर्किट या वेल्डिंग की वजह से होना माना जा रहा है। जिस जगह आग लगी, उसे सीरम का मंजरी प्लांट कहते हैं। यह जगह कोवीशील्ड वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। इस वजह से कोवीशील्ड को नुकसान नहीं पहुंचा। जिस इमारत में आग लगी, वहां पर टीबी से बचाव के इस्तेमाल होने वाली बीसीजी वैक्सीन बनती है।
यहां ठेका मजदूर बिजली का काम करने आए थे। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बताया कि सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
इस घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताते हुए कहा कि पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग की दुर्घटना में हुई मौतें दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
इसके बाद इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग की वजह से हुई मौतों से बेहद दुखी हूँ। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हों।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया अध्यक्ष और एमडी साइरस पूनावाला ने दुख जताते हुए कहा कि आज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में अत्यंत दुखद दिन है। हमें बेहद दुख हुआ है और दिवंगत लोगों के परिवार के प्रति हमारी संवेदना है। मानदंडों के अनुसार अनिवार्य राशि के अलावा प्रत्येक परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।