आम मत | भोपाल
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ से पार्टी के स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया। आयोग के फैसले पर कमलनाथ और कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की। कमलनाथ ने कहा कि मैं प्रचार करने जाऊंगा और मुझे कोई रोक नहीं सकता।
मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट किया कि ये मेरी आवाज को दबाने का प्रयास है। अब जनता फैसला करेगी। कांग्रेस की आवाज को कुचलने का प्रयास है। सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं। जनता सच्चाई का साथ देगी।
दूसरी ओर, इस मुद्दे पर कांग्रेस कमलनाथ के साथ खड़ी है। चुनाव आयोग के फैसले पर कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि मुझे कमलनाथ का संदेश मिला है और मैंने कपिल सिब्बल से बात की है। हम अगले कुछ घंटे में सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे।
इससे पहले आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन पर चुनाव आयोग ने कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका नाम कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा दिया था। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने आदेश में कहा कि कमलनाथ के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें लगातार आ रही थीं।
भाजपा नेता इमरती देवी को आइटम बोलने के बाद कमलनाथ ने एक अन्य सभा में शिवराज सिंह को नौटंकी कलाकार भी कहा था। आयोग ने मध्य प्रदेश के सीईओ की रिपोर्ट के आधार पर कमलनाथ को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना। बार-बार दी गई चेतावनी के बावजूद न चेतने पर कमलनाथ के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए आदर्श आचार संहिता के अनुच्छेद एक और दो के तहत कार्रवाई की गई है।