आम मत | कानपुर
उत्तरप्रदेश के कानपुर (Kanpur) में 7 दिन पहले 8 पुलिसवालों की हत्या करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को पुलिस ने एनकाउंटर (Encounter) कर दिया। गुरुवार को ही मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर से विकास को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रात 8 बजे के करीब मध्यप्रदेश पुलिस ने उसे उत्तरप्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया था। उसे लेकर पुलिस कानपुर की ओर चल पड़ी। शुक्रवार सुबह विकास का एनकाउंटर कर मौत के घाट उतार दिया गया। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के अनुसार, शुक्रवार सुबह यूपी एसटीएफ उसे उज्जैन से कानपुर ला रही थी।
इसी दौरान कानपुर के पास सचेंडी थाना इलाके में टीम एक गाड़ी, जिसमें विकास दुबे को लाया जा रहा था। वह पलट गई और विकास एक पुलिसकर्मी की पिस्टल (Pistol) छीनकर भाग गया। उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायर (Fire) कर दिया। जवाबी कार्रवाई में विकास को 4 गोलियां लगीं। तीन गोली उसकी छाती और एक हाथ में लगी। घायल विकास को तुरंत कानपुर के एलएलआर अस्पताल (Lala Lajpat Rai Hospital) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एनकाउंटर में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनकी हालत स्थिर है।
एसटीएफ ने ये बताई एनकाउंटर की कहानी
एसटीएफ ने बताया कि शुक्रवार को विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था। रास्ते में जानवरों के सामने आ जाने के कारण विकास सवार कार के ड्राइवर (Driver) ने गाड़ी को एकदम से मोड़ दिया। गति तेज और बरसात होने के कारण गाड़ी पलट गई। इससे पांच पुलिसकर्मियों को चोटें आईं और वे बेहोश हो गए। पुलिसकर्मियों में एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर और दो सिपाही शामिल हैं।
वहीं, विकास ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीन कर फरार होने की कोशिश की। पीछे अन्य कार से आ रहे डीएसपी तेजबहादुर साथियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ विकास का पीछा कर उसे सरेंडर (Surrender) करने के लिए कहा। इस पर विकास ने पुलिस पर गोली चला दी। वह लगातार फायर करता रहा। एसटीएफ टीम ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें विकास घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। लॉ एंड ऑर्डर (Law and Order) के एडीजी (ADG) प्रशांत कुमार ने शुक्रवार शाम एनकाउंटर की पूरी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसटीएफ की टीम ने बचाव में गोली चलाई। उन्होंने ये भी कहा कि एसटीएफ की कोशिश उसे जिंदा पकड़ने की थी, लेकिन उसने फायरिंग की। इस पर एसटीएफ को भी मजबूरन गोली चलानी पड़ी, जिसमें उसकी मौत हो गई।