आम मत | नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस ने चीन के लिए जासूसी के आरोप में भारतीय पत्रकार को गिरफ्तार किया। पूछताछ के आधार पर शनिवार को दिल्ली के महिपालपुर इलाके से चीनी महिला और उसके नेपाली सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों की पहचान पत्रकार राजीव शर्मा, चीनी नागरिक क्विंग शी और शेर सिंह उर्फ राज बोहरा के रूप में हुई। फ्रीलांस जर्नलिस्ट राजीव वर्ष 2016 से ही चीनी खुफिया एजेंसियों के एजेंट माइकल और जार्ज को जानकारियां दे रहा था। चीनी खूफिया एजेंसियां हवाला, वेस्टर्न यूनियन मनी व भारत में फर्जी कंपनी (शेल कंपनी) बनाकर उनके जरिए जासूसी के बदले मोटी रकम दे रही थी।
पुलिस के मुताबिक, जनवरी 2019 से सितंबर 2020 के बीच राजीव को करीब 45 लाख रुपये चीनी खुफिया एजेंसियां दे चुकी हैं। राजीव को छह दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं क्विंग शी और शेर सिंह से भी पूछताछ जारी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 मोबाइल, कई टैब, लैपटॉप, चीनी एटीएम समेत कई कार्ड व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। उल्लेखनीय है कि शर्मा को 14 सितंबर को गिरफ्तार कर 6 दिन की रिमांड पर लिया गया था।
डेढ़ साल में शर्मा को मिले 45 लाख रुपए
पुलिस ने बताया कि राजीव 2016 से चीनी इंटेलिजेंस के लिए काम करता था। एक इनपुट के लिए 73,610 (एक हजार डॉलर) रुपए मिलते थे। वह कुछ चीनी इंटेलिजेंस के लिए काम करता था। पुलिस ने बताया कि फ्रीलांस पत्रकार को डेढ़ साल में करीब 40 लाख रुपए मिले थे। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि शर्मा कुछ भारतीय मीडिया ऑर्गनाइजेशन के साथ-साथ चीन के ग्लोबल टाइम्स के लिए भी रक्षा संबंधी मुद्दों पर लिखता था।