आम मत | नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को प्रारंभः स्टार्टअप इंडिया इंटरनेशनल समिट का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप्स को शुरुआती पूंजी मुहैया कराने के लिए एक हजार करोड़ रुपए का स्टार्टअप सीड फंड बनाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा स्टार्टअप सिस्टम बना रहा है, जिसमें युवाओं पर फोकस हो।
नए दशक में हम सब स्टार्टअप को नई पहचान दिलाएंगे और बीआईएमएसटीईसी की ताकत का अहसास पूरे विश्व को कराएंगे। उन्होंने कहा कि एक स्टार्टअप सैटेलाइट लॉन्चिंग पर बात कर रहा था। आपने जो भी बताया, वो इस बात का अहसास कराते हैं कि आपमें भविष्य को बदलने की कितनी शक्ति है। जो युवा पहले से स्टार्टअप में हैं, उन्हें देखते ही पहला रिएक्शन होता है वाह। आपका स्टार्टअप है। यह बदलाव बीआईएमएसटीईसी की बहुत बड़ी ताकत है।
भारत और बीआईएमएसटीईसी के स्टार्टअप में एक जैसी ऊर्जा दिख रही है। समिट का आयोजन कॉमर्स मिनिस्ट्री के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड की तरफ से किया गया। दो दिन के कार्यक्रम के आखिरी दिन PM ने बे-ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन (बीआईएमएसटीईसी) के युवा इनवेंटरों से बात की। बीआईएमएसटीईसी देशों में बांग्लादेश, भूटान, इंडिया, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड आते हैं।
14 हजार स्टार्टअप लगे हैं किसी ना किसी अभियान में
मोदी ने कहा कि बदलाव की यात्रा में हर देश के अपने अनुभव होते हैं। भारत ने 5 साल के अनुभव साझा करने के लिए एक बुकलेट जारी की है। बीआईएमएसटीईसी देश भी अनुभव साझा करें। ये हम सभी को सीखने में मदद करेंगे। स्टार्टअप इंडिया मिशन की शुरुआत में कई चुनौतियां थी। आज भारत दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप ईको-सिस्टम में से एक है। 14 हजार स्टार्टअप किसी न किसी अभियान में लगे हैं।