आम मत | नई दिल्ली
कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों और केंद्र सरकार में शनिवार को एक बार फिर से वार्ता होने वाली है। इससे पहले, शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बड़ा ऐलान किया है। किसान संगठन शनिवार को प्रधानमंत्री का पुतला फूंकेंगे। साथ ही, 8 दिसंबर को भारत बंद का भी आह्वान किया गया।
सिंधु बॉर्डर पर डेरा डाले अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि केंद्र सरकार का कोई भी संशोधन स्वीकार नहीं किया जाएगा। मोल्लाह ने कहा कि इसे सिर्फ पंजाब आंदोलन बोलना सरकार की साजिश है, मगर आज किसानों ने दिखाया कि ये आंदोलन पूरे भारत में हो रहा है और आगे भी होगा। हमने फैसला लिया है कि अगर सरकार कल कोई संशोधन रखेगी तो हम संशोधन स्वीकार नहीं करेंगे।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के महासचिव एचएस लखोवाल ने कहा कि शनिवार 5 दिसंब को देशभर में किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाएंगे। हमने 8 दिसंबर को भारत बंद का भी आह्वान किया है।
उल्लेखनीय है कि किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच गुरुवार को साढ़े 7 घंटे चर्चा के दौरान काफी मुद्दों पर सहमति दिखी और कुछ मुद्दों पर किसान अड़े रहे। किसानों ने लिखित में अपनी आपत्तियां दी थीं, जिसके बाद केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों में 8 मुद्दों पर संशोधन हेतु विचार करने का प्रस्ताव रखा, जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया। किसानों का कहना है कि सरकार एमएसपी खत्म नहीं करने का भरोसा दे रही है तो ऐसे में उसे लिखित तौर पर कानून में शामिल किया जाए।