आम मत | जयपुर
एक ओर जहां कई राज्य सरकारें स्कूली बच्चों के एग्जाम रद्द कर रही है। वहीं, राजस्थान के सभी स्कूली बच्चों को परीक्षा देनी होगी। इसके लिए सरकार ने 50 फीसदी सिलेबस कम करने की तैयारी कर ली है। वहीं, पासिंग मार्क्स 33 प्रतिशत से घटाकर 26 फीसदी कर दिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने यह प्रपोजल तैयार किया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय इसे अंतिम रूप दे चुका है।
सूत्रों के अनुसार, राज्य में अभी 8वीं कक्षा तक के बच्चों को वर्कबुक दी जा रही है। इससे बच्चे घर पर पढ़ाई करेंगे और भरकर टीचर्स को देंगे। टीचर्स इसे जांचेंगे इसके बाद तय समय पर एग्जाम लिए जाएंगे। फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि ये वर्कबुक सरकारी स्कूलों के बच्चों को ही मिलेगी या निजी स्कूलों को भी ये जारी की जाएगी।
शिक्षा विभाग जयपुर में 3 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में इस प्रपोजल को रखेगा। स्वीकृति के बाद इसे लागू किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में 15 मार्च से सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद हैं। पढ़ाई भी ऑनलाइन तरीके से कराई जा रही है।
अगर शिक्षा विभाग का यह प्रपोजल पास होता है तो इसका सीधा असर 8वीं कक्षा तक के 40 लाख बच्चों पर पढ़ेगा। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, ये परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होगी। हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि अगर बच्चे सेंटर्स पर जाकर परीक्षाएं देंगे तो उसके लिए क्या नियम कायदे और व्यवस्था होगी।