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टेलीकॉम बिल 2023: जानिए बिल की प्रमुख बातें

नई दिल्ली: टेलीकॉम बिल 2023 को लोकसभा में पारित कर दिया गया है। यह बिल टेलीकॉम सेक्टर में कई महत्वपूर्ण परिवर्तनों को लाएगा। इस बिल के माध्यम से सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर को और विकासशील बनाने का प्रयास किया है। यहां हम आपको इस बिल के बारे में 10 महत्वपूर्ण चीजें बता रहे हैं जिन्हें आपको जानना आवश्यक है।

भारतीय दूरसंचार विधेयक 2023 लोकसभा से पारित हो गया है। जानिए बिल की प्रमुख बातें.

भारतीय दूरसंचार विधेयक 2023 लोकसभा से पारित हो गया है। इस विधेयक का उद्देश्य तीन मौजूदा अधिनियमों के प्रतिस्थापन के रूप में काम करना है: 1885 का भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1933 का भारतीय वायरलेस टेलीग्राफी अधिनियम, और 1950 का टेलीग्राफ तार (गैरकानूनी कब्ज़ा) अधिनियम।

नए विधेयक का लक्ष्य सुधारों को लागू करके, विशेष रूप से 5G के लिए दूरसंचार बुनियादी ढांचे की तैनाती में तेजी लाना है। विधेयक में भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) की शक्ति को नियंत्रित करने का भी प्रस्ताव किया गया था। इस विधेयक से दूरसंचार सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नए उपाय लागू किए जाएंगे। इस विधेयक के लागू होने से दूरसंचार उद्योग को बड़ी तरक्की मिल सकती है।

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टेलीकॉम बिल 2023 लोकसभा से पारित; यहां 10 चीजें हैं जिन्हें आपको जानना आवश्यक है

  1. डिजिटल इंडिया का अभियान: यह बिल डिजिटल इंडिया के अभियान को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से सरकार ने टेलीकॉम सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
  2. सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास: यह बिल टेलीकॉम सेवाओं की सुविधाओं को बढ़ाने का प्रयास करेगा। आपको अब और अधिक तेज इंटरनेट स्पीड, बेहतर गति और अच्छी गुणवत्ता की कॉल सुविधा का आनंद मिलेगा।
  3. वैधानिक संरचना का सुधार: इस बिल के माध्यम से सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर की वैधानिक संरचना में सुधार करने का प्रयास किया है। यह सेक्टर को और प्रतिस्पर्धी बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
  4. नई नीतियाँ और नियम: यह बिल कई नई नीतियों और नियमों का प्रावधान करता है जो टेलीकॉम सेक्टर को और निष्पक्ष बनाने का लक्ष्य रखते हैं। इससे सेवा प्रदाताओं को नई दिशा मिलेगी और उन्हें ग्राहकों के हित में काम करना होगा।
  5. डिजिटल प्राइवेसी की सुरक्षा: यह बिल टेलीकॉम सेक्टर में डिजिटल प्राइवेसी की सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास करेगा। आपकी प्राइवेसी की सुरक्षा और डेटा सुरक्षित रखने के लिए नए नियम और निर्देश लागू होंगे।
  6. युवाओं के लिए रोजगार का मौका: टेलीकॉम सेक्टर में यह बिल नए रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। युवाओं को इस सेक्टर में नई और रोचक करियर विकल्पों का मौका मिलेगा।
  7. दिग्गज कंपनियों के लिए नई अवसर: यह बिल दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों के लिए नए व्यापार और निवेश के अवसर प्रदान करेगा। यह सेक्टर में नए उद्योगों की उत्पत्ति को बढ़ावा देगा।
  8. ग्राहक सुविधा की सुरक्षा: यह बिल ग्राहकों की सुविधा की सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास करेगा। आपको अब और अधिक विकल्प मिलेंगे और आपकी सेवा प्रदाता को आपकी समस्याओं का त्वरित समाधान करना होगा।
  9. वैश्विक मानकों का पालन: यह बिल वैश्विक टेलीकॉम मानकों का पालन करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे भारतीय टेलीकॉम सेक्टर को विश्व स्तर पर मान्यता मिलेगी।
  10. अधिक सुरक्षित नेटवर्क: यह बिल टेलीकॉम नेटवर्क की सुरक्षा को बढ़ाने का प्रयास करेगा। यह सेक्टर को साइबर हमलों से बचाने के लिए नए नियम और निर्देश लागू करेगा।

टेलीकॉम बिल 2023: भारतीय दूरसंचार विधेयक 2023 लोकसभा से पारित हो गया है। जानिए बिल की प्रमुख बातें

भारतीय दूरसंचार विधेयक 2023, जिसे टेलीकॉम बिल 2023 के रूप में भी जाना जाता है, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा आज पेश किया गया था, और इसे लोकसभा द्वारा पारित कर दिया गया है। विधेयक, जो मौजूदा नियमों को खत्म करने का प्रयास करता है, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान प्रस्तुत और मंजूरी दे दी गई थी।

नए कानून का उद्देश्य तीन मौजूदा अधिनियमों के प्रतिस्थापन के रूप में काम करना है: 1885 का भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1933 का भारतीय वायरलेस टेलीग्राफी अधिनियम, और 1950 का टेलीग्राफ तार (गैरकानूनी कब्ज़ा) अधिनियम। यह विधेयक सरकार को अधिक शक्ति प्रदान करता है। राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में दूरसंचार सेवाएं। आइए विधेयक की प्रमुख विशेषताओं पर एक नज़र डालें और यह आने वाले वर्षों में दूरसंचार उद्योग को कैसे आकार दे सकता है।

टेलीकॉम बिल 2023 लोकसभा से पारित; यहां 10 चीजें हैं जिन्हें आपको जानना आवश्यक है

भारतीय दूरसंचार विधेयक 2023: मुख्य बातें

  1. नए विधेयक का लक्ष्य सुधारों को लागू करके, विशेष रूप से 5G के लिए दूरसंचार बुनियादी ढांचे की तैनाती में तेजी लाना है। प्रस्तावित उपायों में किसी भी संपत्ति पर स्थापित दूरसंचार नेटवर्क को उस संपत्ति से संबंधित दावों, बाधाओं, परिसमापन या इसी तरह के मुद्दों से छूट देना शामिल है।
  2. विधेयक सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा, आपातकाल या सार्वजनिक हित में दूरसंचार नेटवर्क और सेवाओं में साइबर सुरक्षा की सुरक्षा और आश्वासन के लिए नियम स्थापित करने की शक्ति देता है।
  3. बिल स्पैम कॉल्स के खिलाफ भी कार्रवाई करता है। बिल के अनुसार, डू नॉट डिस्टर्ब का पंजीकरण? या डीएनडी को कानूनी जनादेश मिलेगा, जिससे उपभोक्ताओं को अनचाही कॉल, संदेश आदि से सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
  4. विधेयक के अनुसार, केंद्र या राज्य सरकारों से मान्यता प्राप्त संवाददाताओं के प्रेस संदेशों को तब तक रोका या हिरासत में नहीं लिया जाएगा जब तक कि उनके प्रसारण को सार्वजनिक आपातकाल, सार्वजनिक व्यवस्था आदि पर लागू नियमों के तहत प्रतिबंधित नहीं किया गया हो।
  5. विधेयक के अनुसार, केंद्र सरकार पहली अनुसूची में सूचीबद्ध प्रविष्टियों को छोड़कर नीलामी के माध्यम से दूरसंचार के लिए स्पेक्ट्रम आवंटित करेगी, जिसके लिए असाइनमेंट प्रशासनिक प्रक्रिया द्वारा किया जाएगा।
  6. विधेयक दूरसंचार बुनियादी ढांचे के लिए सुरक्षात्मक उपाय भी प्रदान करता है और नेटवर्क, विशेष रूप से ऑप्टिकल फाइबर केबल के सुचारू रोल-आउट के प्रावधान को मजबूत करता है।
  7. विधेयक में स्पेक्ट्रम असाइनमेंट को समाप्त करने का प्रावधान है यदि सरकार यह निर्धारित करती है कि आवंटित स्पेक्ट्रम बिना किसी पर्याप्त कारण के अप्रयुक्त रह गया है।
  8. सरकार ने रुपये की सीमा प्रस्तावित की है। टेलीकॉम ऑपरेटरों पर लगाया गया जुर्माना 5 करोड़ रुपये था। पहले प्रति सर्कल 50 करोड़ रुपये का अधिकतम जुर्माना होता था। एक टेलीकॉम कंपनी पर 1100 करोड़ रु.
  9. बिल कंपनियों के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए आवेदक के सत्यापन योग्य बायोमेट्रिक डेटा को कैप्चर करने के बाद सिम जारी करना अनिवार्य बनाता है।
  10. यदि किसी उपयोगकर्ता और दूरसंचार सेवाएं प्रदान करने वाली अधिकृत इकाई के बीच कोई विवाद उत्पन्न होता है, तो केंद्र सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि वह इस मुद्दे के समाधान के लिए “एक या अधिक” ऑनलाइन विवाद समाधान तंत्र स्थापित करेगी।

20 दिसंबर, 2023 को, भारत की संसद के निचले सदन, लोकसभा ने टेलीकॉम बिल 2023 को पारित कर दिया। यह बिल दूरसंचार क्षेत्र में सुधार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यहां टेलीकॉम बिल 2023 के बारे में 10 महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं:

1. बिल में स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए एक नया प्रारूप पेश किया गया है।

वर्तमान प्रणाली में, स्पेक्ट्रम की नीलामी एक एकल बोलीदार को दी जाती है जो सबसे अधिक बोली लगाता है। नए प्रारूप में, स्पेक्ट्रम को कई बोलीदाताओं को आवंटित किया जा सकता है, जो कि स्पर्धा को बढ़ाएगा और कीमतों को कम करेगा।

2. बिल में उपग्रह सेवाओं के लिए एक अलग स्पेक्ट्रम आवंटन नीति पेश की गई है।

वर्तमान में, उपग्रह सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम को मोबाइल सेवाओं के साथ एक ही नीलामी में आवंटित किया जाता है। नए प्रारूप में, उपग्रह सेवाओं के लिए एक अलग नीलामी होगी, जो कि इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगी।

3. बिल में सिम कार्ड के लिए बायोमेट्रिक पहचान को अनिवार्य किया गया है।

यह कदम फर्जी सिम कार्ड के उपयोग को रोकने और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

4. बिल में दूरसंचार कंपनियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक जानकारी साझा करने की आवश्यकता होगी।

यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले गतिविधियों को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

5. बिल में दूरसंचार कंपनियों को ग्राहकों की गोपनीयता की रक्षा करने की आवश्यकता होगी।

यह कदम ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

6. बिल में दूरसंचार कंपनियों को ग्राहकों को शिकायतों को उठाने के लिए एक आसान तरीका प्रदान करने की आवश्यकता होगी।

यह कदम ग्राहकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

7. बिल में दूरसंचार कंपनियों को 5G सेवाओं को शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

यह कदम भारत को वैश्विक 5G नेटवर्क में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

8. बिल में दूरसंचार कंपनियों को ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाओं का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

यह कदम डिजिटल इंडिया पहल को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

9. बिल में दूरसंचार कंपनियों को स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

यह कदम पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

10. बिल में दूरसंचार कंपनियों को वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

यह कदम दूरसंचार क्षेत्र की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

कुल मिलाकर, टेलीकॉम बिल 2023 दूरसंचार क्षेत्र में सुधार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह बिल भारत को वैश्विक 5G नेटवर्क में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने और डिजिटल इंडिया पहल को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

यहां कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है जो आपको टेलीकॉम बिल 2023 के बारे में जानने में दिलचस्पी हो सकती है:

  • बिल में दूरसंचार कंपनियों के लिए लाइसेंस शुल्क और अन्य शुल्कों को कम करने का भी प्रावधान किया गया है।
  • बिल में दूरसंचार कंपनियों के लिए उपकरणों और सेवाओं के आयात पर शुल्कों को कम करने का भी प्रावधान किया गया है।

यह टेलीकॉम बिल 2023 बहुत सारे सकारात्मक परिवर्तनों को लाएगा और टेलीकॉम सेक्टर को और विकासशील बनाने में मदद करेगा। यह बिल भारतीय टेलीकॉम उद्योग को ग्लोबल मानकों के साथ तुलना करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से टेलीकॉम सेवाओं की सुविधाएं और सुरक्षा में सुधार होगा और नए रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। यह बिल भारत को डिजिटल इंडिया के अभियान की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएगा।


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