आम मत | मुंबई
अब भारतीय क्रिकेट टीम की ड्रेस पर नए प्रायोजक का लोगो नजर आएगा। बीसीसीआई ने ड्रेसेज और किट के लिए टेंडर मांगे हैं। इसका कारण है मौजूद स्पॉन्सर नाइकी का करार सितंबर में खत्म होने जा रहा है। नाइकी इस करार को रिन्यू करने के मूड में नहीं है।
बीसीसीआई एपेक्स काउंसिल की बैठक में कई मामलों पर चर्चा की गई। इनमें से एक ड्रेस स्पॉन्सरशिप को लेकर था। बोर्ड अधिकारी के अनुसार, नाइकी का कॉन्ट्रेक्ट 4 साल के लिए था। यह 370 करोड़ रुपए का था, जिसकी रॉयल्टी 30 करोड़ रुपए थी। एक अक्टूबर से शुरू होने वाले नए टाइम पीरियड काउंसिल ने नए टेंडर मंगवाने के बारे में फैसला लिया है। नाइकी भी इसके लिए बोली लगा सकती है।
इस बैठक में राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (एसीए) को बेंगलुरु में नई जगह ट्रांसफर करने पर भी चर्चा की गई। बैठक में घरेलू कैलेंडर पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों की मानें तो दिसंबर में कोरोना की क्या स्थिति रहेगी उसकी जानकारी के बिना कैलेंडर बनाने का कोई फायदा नहीं है।
पुरुष क्रिकेट के कैलेंडर में से दलीप और विजय हजारे ट्रॉफी के नहीं होने से घरेलू कैलेंडर छोटा हो जाएगा। हालांकि, कैलेंडर के छोटा हो जाने से प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को 8-10 लाख रुपए का नुकसान हो सकता है।