आम मत | जयपुर
राजधानी जयपुर में राजस्थान पटवार संघ के पटवारियों ने सोमवार को वेतन विसंगतियों को लेकर रैली निकाली। पटवारी विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे, जहां सत्र चल रहा है। हालांकि पुलिस ने उन्हें विधानसभा से कुछ दूर पहले ही बाइस गोदाम सर्किल पर रोक दिया। इससे पहले, नारेबाजी करते हुए पटवारियों का हुजूम विधानसभा की ओर बढ़ रहा था। जैसे ही यह रैली बाइस गोदाम सर्किल तक पहुंची, पुलिस ने इन्हें डायवर्ट कर निर्धारित रूट से जाने के लिए कहा। लेकिन ये सभी लोग दूसरे रूट से जाने की जिद पर अडे़ थे।

इस पर पुलिस ने वाहन और बैरीकेट्स लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। कुछ मिनट तो रैली वहां रुकी, लेकिन इसके बाद पुलिस के साथ धक्का-मुक्की कर आगे बढ़ने की कोशिश की जाने लगी। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर इन्हें वहीं रोकने की कोशिश की। कुछ लोगों पर पुलिस ने लाठियां भी भांजी। थोड़ी देर बाद रैली पुलिस को छकाकर बाइस गोदाम पर पहुंच गई, जहां पहले से ही पुलिस जाब्ता तैनात था।
कई थानों के पुलिस अधिकारी, डीसीपी और आरपीएफ की तैनाती भी बाइस गोदाम सर्किल पर कर दी गई। रैली निकाल रहे पटवारियों की मांग वेतन विसंगतियों को दूर कर वेतनमान 3600 रुपए करने की है। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 2018 में कांग्रेस ने चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि सत्ता में आते ही सरकार पटवारियों के वेतन विसंगतियों को दूर करेगी।

प्रदर्शनकारियों ने कहा- पुलिस के फेल तो पटवारी संभालता है कानून व्यवस्था
मुख्यमंत्री गहलोत को सत्ता में आए दो साल से अधिक का समय हो चुका है, इसके बावजूद उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा। संघ के पदाधिकारियों ने कई बार मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप और बैठक कर पटवारियों की मांगों को बताया, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठा रही है। उनसे जब यह पूछा गया कि वे लॉ-ऑर्डर क्यों नहीं मान रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वे जहां पुलिस प्रशासन फेल हो जाता है, वहां एक पटवारी कानून व्यवस्था को संभालता है। वे किसी प्रकार का अव्यवस्था नहीं फैलाना चाहते हैं। वे सिर्फ अपना हक चाहते हैं, जिसका वादा मुख्यमंत्री गहलोत ने चुनाव से पहले किया था।

सभी फोटोः आम मत फोटो जर्नलिस्ट
पुलिस बोली- पटवारियों ने निर्धारित रूट नहीं किया फॉलो
इधर, पुलिस प्रशासन से बल प्रयोग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पटवार संघ की रैली को विधानसभा तक जाने का रूट निर्धारित किया गया था, लेकिन उस रूट को छोड़कर भारी आवाजाही वाले रूट से जाना चाह रहे थे। उन्हें निर्धारित रूट से जाने के लिए कई बार समझाया गया। इसके बाद भी ये लोग नहीं माने, इस पर पुलिस ने वाहन और बैरीकेट्स लगाकर रास्ता रोकने का प्रयास किया। इस पर रैली निकाल रहे लोग पुलिस के साथ धक्का-मुक्की कर आगे बढ़ने लगे। उन्हें खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया। हालांकि, किसी भी व्यक्ति को मारा नहीं गया।
रैली में महिला पटवारियों ने भी हिस्सा
एक कार्यकर्ता ने बताया कि इस रैली में पटवारियों को आने के लिए जोर-जबरदस्ती नहीं की गई। सिर्फ रैली के बारे में जानकारी दी गई थी। सभी पटवारी स्वेच्छा से इस रैली में शामिल हुए हैं। रैली में सिर्फ जयपुर जिले के ही नहीं, बल्कि राजस्थान के सभी जिलों के पटवारी शामिल हुए हैं। रैली में बड़ी संख्या में महिला पटवारियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पटवार संघ के पदाधिकारियों को पुलिस प्रशासन ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मंत्रियों के आने तक सड़क जामकर धरना देने की बात पर अड़े रहे।