आम मत | जयपुर
राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार को आई मूसलाधार बारिश ने प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। अलसुबह से ही हल्की बरसात का दौर शुरू हो गया था। दोपहर में दो घंटे हुई तेज बारिश के कारण पूरा शहर पानी पानी हो गया।
कई इलाकों में 5-5 फीट पानी भर गया। घरों और दुकानें पानी से सराबोर हो गई। लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा। कानोता बांध में पानी के तेज बहाव में बोलेरो बह गई। इसमें एक महिला और बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गई।
जमवारामगढ़ में सबसे ज्यादा 10 इंच बारिश हुई। बारिश आफत बनकर आई और किसी को संभलने का मौका ही नहीं दिया। बरसात में कई कच्चे मकान ढह गए। शहर के निचले इलाकों के घरों में पानी भर गया।
कई जगह पानी का बहाव इतना तेज था कि कारें भी उसमें बहती नजर आईं। पुराने जयपुर यानी परकोटा के कई क्षेत्र जैसे चोड़ा रास्ता, बड़ी चौपड़, ब्रह्मपुरी, जौहरी बाजार आदि में गले तक पानी भर गया।
जिले के जमवारामगढ़ में सर्वाधिक 254 मिमी बारिश दर्ज हुई। वहीं, कलेक्ट्रेट पर 184 जेएलएन मार्ग पर 132 और एयरपोर्ट पर 102 मिमी बरसात दर्ज की गई। दिल्ली रोड स्थित संकटमोचक हनुमान मंदिर के सामने स्थित पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर हाइवे पर आ गया। गली-मोहल्लों में पानी फंसे लोगों को एसडीआरएफ की टीमों ने निकाला।
राज्य के 23 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, 15 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर जिले में कुछ स्थानों पर बारिश का ऑरेंज अलर्ट यानी अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जालौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी है।