आम मत | अयोध्या / नई दिल्ली
राममंदिर निर्माण का भूमिपूजन बुधवार 5 अगस्त को होने वाला है। इसके लिए तीन दिनों का अनुष्ठान सोमवार से शुरू हो चुका है। मंगलवार को इस अनुष्ठान का दूसरा दिन था। उत्तर प्रदेश के काशी और अयोध्या के 9 वेदाचार्यों ने मंत्रोच्चार के साथ 6 घंटे पूजा कराई।
इस पूजा में यजमान के तौर पर अशोक सिंघल के नजदीकी महेश बालचंदानी और उनकी पत्नी सुनीता बालचंदानी मौजूद रहे। मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के अब कुछ घंटे ही बाकी रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी नींव रखेंगे। इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे। भूमिपूजन की तकरीबन सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं।
शहर में एसपीजी तैनात हो चुकी हैं और शहर की सीमाएं पूरी तरह सील कर दी गई है। 5 अगस्त तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक भी लगा दी गई है। स्थानीय लोगों को पहचान पत्र रखना अनिवार्य है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और महामंत्री हरि गिरी प्रयागराज से अयोध्या के लिए रवाना हो चुके हैं। संघ प्रमुख भागवत भूमिपूजन और संघ कार्यालय के उद्घाटन के लिए अयोध्या गए हैं। वहीं, आंदोलन के मुख्य नेताओं में से एक उमाभारती भी अयोध्या पहुंच गई हैं। कोरोना से बचाव के लिए शहर के सभी मंदिरों को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया।
अयोध्या में बुधवार को यह सब होगा
- 12 बजे के करीब प्रधानमंत्री पहुंचेंगे हनुमानगढ़ी
- हनुमागढ़ी में पीएम लगाएंगे परिजात का पौधा
- 12.30 बजे के करीब पहुंचेंगे भूमिपूजन स्थल
- 10 मिनट तक चलेगा भूमिपूजन कार्यक्रम
- 51 योजनाओं का मोदी करेंगे शिलान्यास
- 1000 करोड़ रुपए की कुल लागत है सभी योजनाओं की
- 251 मीटर की भव्य राममूर्ति का भी प्रधानमंत्री करेंगे शिलान्यास
- 104 करोड़ रुपए के रेलवे स्टेशन का भी हो सकता है शिलान्यास
भूमिपूजन में विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख रहे अशोक सिंघल के पुत्र सलिल सिंघल होंगे यजमान
- कुल 175 लोगों को किया गया है आमंत्रित
- राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह ने कोरोना के चलते रद्द किया आने का कार्यक्रम
- लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होंगे शामिल
- कार्यक्रम का दूरदर्शन और एएनआई करेगा सीधा प्रसारण
- 5100 मिट्टी के घड़े भूमिपूजन के लिए जाने वाले रास्ते पर सजाए