आम मत | नई दिल्ली
भारत द्वारा गुरुवार को 118 ऐप्स बैन करने के बाद चीन अब बैकफुट पर आ गया है। चीन को इस वक्त में रविंद्रनाथ टैगोर, योग और आमिर खान अभिनीत दंगल फिल्म की याद आ गई। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत से हमारे रिश्ते एक हजार साल से भी पुराने हैं। दोनों देशों के नागरिकों को करीब आने का मौका देना चाहिए।
वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत ने ये ऐप्स अमेरिका के इशारे पर बैन किए हैं। इधर, चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री का बयान आया। चीन के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा- भारत ने गलत इरादे से चीनी कंपनियों पर कार्रवाई की है। यह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTP) के नियमों के खिलाफ है। हम मांग करते हैं कि भारत इस मामले में अपनी गलती सुधारे। कारोबारी रिश्तों का फायदा दोनों देशों को होगा लेकिन, सही माहौल जरूरी है। इस बैन से दोनों पक्षों को ही नुकसान होगा।
कोई भी कदम उठाने से पहले भविष्य को देखना चाहिएः चीन
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियांग ने कहा- ये सभी को याद रखना चाहिए कि भारत से हमारे करीबी और ऐतिहासिक रिश्ते हैं। भारत और चीन प्राचीन सभ्यताएं हैं। कुछ वक्त के फायदे के लिए कदम उठाने से पहले हमें भविष्य को भी देखना चाहिए। हम पड़ोसी हैं।
दोनों देशों के रिश्ते एक हजार साल पुराने हैं। रबिंद्रनाथ टैगौर चीन में बहुत मशहूर हैं। इसके अलावा चीन में योग और दंगल मूवी भी काफी पसंद किए जाते हैं। हमारे जेहन में यह कभी नहीं आया कि भारत हमारे लिए खतरा बन सकता है। उम्मीद है भारत इसे समझेगा।
एकतरफा बैन लगाकर भारत अपने नागरिकों को पहुंचा रहा खतरा
चुनियांग ने बयान के नाम पर एक तरह से भाषण दिया। कहा- एकतरफ बैन लगाकर भारत अपने नागरिकों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। इससे हमारी कंपनियों को भी घाटा हो रहा है। मुझे हैरानी है कि जिस दिन भारत ने बैन का फैसला लिया उसी दिन अमेरिका ने दूसरे देशों से भी ऐसा ही करने को कहा। क्या इस मुद्दे पर भारत और अमेरिका एकसाथ खड़े हैं?