लाल-नीले राज्यों को नहीं, संयुक्त राज्य को देखता हूंः बाइडेन
आम मत | वॉशिंगटन
अमेरिका के इतिहास में जो बाइडेन (78) सबसे बुजुर्ग राष्ट्रपति बनेंगे। वे अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनेंगे। बाइडेन ने पेंसिलवेनिया में जीत के साथ ही बहुमत के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट जुटा लिए। बाइडेन को 7.4 करोड़ से ज्यादा वोट मिले। इससे पहले किसी भी राष्ट्रपति को इतने अधिक वोट नहीं मिले। बाइडेन को कुल 290 इलेक्टोरल वोट मिले। डोनाल्ड ट्रंप को 214 ही इलेक्टोरल वोट मिल पाए। वहीं, कमला हैरिस अमेरिका की पहली अश्वेत महिला और भारतवंशी उपराष्ट्रपति बनेंगी।
जो बाइडेन ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं लाल राज्यों और नीले राज्यों को नहीं देखता, बल्कि केवल संयुक्त राज्य को देखता हूं। जो बिडेन ने कहा- मुझे उस अभियान पर गर्व है जो हमने एक साथ में किया। यह सबसे विविध अभियान था जिसे एक साथ रखा चलााया गया। बाइडेन ने अल्पसंख्यक समुदायों को उसके लिए मतदान करने के लिए धन्यवाद करते हुए कहा- मैं अफ्रीकी अमेरिकियों को भी धन्यवाद दूंगा जो मेरे साथ खड़े थे। मेरे पास आपकी सहारा है।
वे ट्रम्प समर्थकों के पास भी पहुंचे और कहा कि उनके लिए पहुंचना कठिन होगा, लेकिन वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी हैं। बाइडेन ने एक ध्रुवीकृत राष्ट्र को एकजुट करते हुए कहा – “हमारे लिए बेहतर का समय है,” क्योंकि दुनिया ने अमेरिकी चुनाव के परिणामों की प्रतीक्षा की है।
बाइडेन का भारत का है अनूठा कनेक्शन
बाइडेन का भारत से भी एक कनेक्शन है और इसका खुलासा उन्होंने खुद ही कुछ सालों पहले किया था। बाइडेन वर्ष 2013 में बतौर उपराष्ट्रपति भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने मुंबई में भाषण में कहा था कि वर्ष 1972 में जब वह पहली बार सीनेट के सदस्य बने थे तो उन्हें मुंबई में रह रहे एक बाइडन का पत्र मिला था।
बाइडेन का कहना था कि मुंबई के बाइडन ने उन्हें बताया कि दोनों के पूर्वज एक ही हैं। इस पत्र में उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे। बाइडेन ने अफसोस भी जताया कि इस बारे में वह विस्तार से पता नहीं लगा सके। इसके बाद एक बार फिर वर्ष 2015 में बाइडेन ने भारत कनेक्शन का जिक्र किया था।
वॉशिंगटन में इंडो-यूएस फोरम की बैठक में उन्होंने बताया कि संभवत: उनके पूर्वज ने एक भारतीय महिला से शादी की थी, जिसके परिवार के लोग अभी भी वहां हैं। बाइडेन ने यह भी बताया कि मुंबई में तब बाइडन सरनेम के पांच लोग थे जिसके बारे में एक पत्रकार ने उन्हें जानकारी दी थी। बाइडन ने यह चुटकी भी ली थी कि वह भारत में भी चुनाव लड़ सकते हैं।