आम मत | नई दिल्ली
कृषि कानूनों के विरोध में एक ओर जहां किसान दिल्ली की सीमाओं को घेरे बैठे हैं। वहीं, देश में विभिन्न पार्टियां भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं। बिहार में शनिवार को राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विरोध किया गया था। वहीं, अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार से किसानों के समर्थन में सभाएं करेंगे। उन्होंने कहा कि सोमवार से प्रदेश के हर जिले में किसान यात्रा निकाली जाएगी। अखिलेश सोमवार को खुद कन्नौज मंडी में जाएंगे और यात्रा में शामिल होंगे।
दूसरी ओर, अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने भी किसानों का समर्थन किया। विजेंद्र किसानों से मिलने सिंधु बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि किसान की मांग सरकार नहीं मांगती है और खेती से जुड़े काले कानूनों को वापस नहीं लेती है तो वे अपना राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड वापस कर देंगे। गौरतलब है कि राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। इसी तरह, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी केंद्र सरकार को चेतावनी दी है।
पवार ने कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया तो यह आंदोलन सिर्फ दिल्ली तक सीमिक नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर परिपक्वता दिखानी चाहिए। किसानों द्वारा 8 दिसंबर को भारत बंद के आह्वान को कांग्रेस और टीआरएस ने समर्थन दिया। कांग्रेस ने कहा है कि किसानों के हित में पार्टी इस बंद का पूरा समर्थन करेगी।
उल्लेखनीय है कि सिंधु बॉर्डर पर आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयारी कर रही है। फोर्स की पहली रणनीति ये है अगर किसानों की भीड़ दिल्ली की तरफ बढ़ती है तो सबसे आगे RAF की टीम होगी जो कि भीड़ के सामने बैठ जाएगी और कहेगी हमारे उपर से जाना हो तो जाइए।