आम मत | नई दिल्ली
कांग्रेस के नाराज वरिष्ठ नेताओं से शनिवार को हुई बैठक के बाद रविवार से नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने इसकी पुष्टि की। वहीं, उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाहें हैं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता नाराज हैं। उन्हें ग्रुप-23 तक कहा जा रहा है। मैं साफ कर दूं कि ग्रुप-23 जैसी कोई चीज नहीं है। यह केवल मीडिया के दिमाग की उपज है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि ये नेता भी परिवार का हिस्सा हैं।
उन्होंने जो कुछ कहा है वो पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का हिस्सा है। हम उसका सम्मान करते हैं। सोनिया गांधी ने शनिवार से पार्टी नेताओं बातचीत का सिलसिला शुरू किया है। यह एक हफ्ते जारी रहेगा। माना जा रहा है कि तेलंगाना, पंजाब और गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते हैं।
एक सवाल के जवाब में रावत ने कहा- पार्टी के सीनियर और यंग लीडर्स के बीच मतभेद की खबरों का कोई आधार नहीं है। कांग्रेस में हर नेता के सुझावों और राय को अहमियत दी जाती है। हम अलग राय रखने वाले नेताओं का भी सम्मान करते हैं। शनिवार को हुई मीटिंग में दो समाधान निकले।