सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन के समर्थन में तोड़ा गठबंधन
आम मत | नई दिल्ली
कृषि कानूनों पर एनडीए को पिछले तीन महीनों में दूसरा झटका लगा है। इस कानून के विरोध में वर्षों से एनडीए में भाजपा का सहयोगी दल रहे शिरोमणि अकाली दल ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया। इधर, दिल्ली बॉर्डर पर कई राज्यों के किसान धरने पर बैठे हुए हैं।
कृषि कानूनों के विरोध में और किसान आंदोलन के समर्थन में राजस्थान के नागौर से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) सांसद हनुमान बेनीवाल ने शनिवार का एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया। बेनीवाल ने कहा है- आज से भाजपा से अलायंस खत्म हो गया। किसानों के लिए जरूरत पड़ी तो सांसद पद से भी इस्तीफा दे दूंगा। यदि कानून लाते वक्त संसद में होता, तो यह कागज फाड़ देता। नागौर जिले का खींवसर बेनीवाल का गढ़ है।
खजवाना, जनाणा, बू-नरावता और ग्वालू समेत कई गांवों में बेनीवाल का असर है। यहां बड़ी संख्या में जाट समुदाय है, जो किसान हैं। रालोपा ने हाल ही में हुए पंचायती राज चुनावों में पूरे राजस्थान में अपने उम्मीदवार उतारे थे। अब दूसरे जिलों के किसानों को साधने के बेनीवाल आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। माना जा रहा है कि इसीलिए उन्होंने खुद को अलायंस से अलग कर लिया।