आम मत | नई दिल्ली
देशभर में कोरोना की दूसरी लहर (Corona Strain) तेजी के साथ फैल रही है। पिछले कुछ दिनों में संक्रमितों की संख्या में खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मंगलवार को देशभर में एक लाख से भी ज्यादा नए संक्रमित पाए गए। दूसरी लहर में संक्रमितों में वे लक्षण देखने को मिल रहे हैं, जो आमतौर में इस दौरान के बदलते मौसम में देखने को मिलते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में पेटदर्द, उल्टी, जोड़ों का दर्द, कमजोरी, भूख में कमी को भी कोरोनावायरस का लक्षण माना जा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरह के लक्षण सामने आ रहे हैं। ज्यादातर लोगों को माइल्ड से मॉडरेट बीमारी हो रही है और अस्पताल में भर्ती हुए बिना भी ठीक हो रहे हैं। आम तौर पर व्यक्ति के वायरस से इन्फेक्ट होने के 5-6 दिन बाद यह लक्षण सामने आ रहे हैं। हालांकि, कुछ मामलों में यह लक्षण 14 दिन तक भी सामने आए हैं।
ये हैं कोरोना की दूसरी लहर (Corona Strain) के लक्षण
बहुत ज्यादा कमजोरी भी माना जा रहा कोरोना का ही लक्षण
(Corona Strain) बहुत ज्यादा कमजोरी और थकान को भी कोरोना इन्फेक्शन का शुरुआती लक्षण माना जा रहा है। यह साइटोकिन्स की वजह से हो सकता है, जो शरीर में किसी भी तरह के इन्फेक्शन पर रिएक्शन के तौर पर इम्यून सिस्टम में बनने लगते हैं। जब आपका शरीर इन्फेक्शन से लड़ता है तो आपको महसूस होगा कि आपके शरीर की पूरी एनर्जी ही किसी ने खींच ली है।
आंखों में सूजन और पानी आना भी लक्षणों में से एक
चीन में हुए शोध के अनुसार, कंजक्टिवाइटिस भी कोरोना का लक्षण है। नए स्ट्रेन की वजह से आंखों में लालिमा, सूजन और पानी आने की समस्या हो सकती है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में पिछले हफ्ते छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इन्फेक्शन सुनने की क्षमता को भी कमजोर बना रहा है। स्टडी के मुताबिक 7.6% इन्फेक्टेड लोगों की सुनने की क्षमता प्रभावित हुई है।
पेटदर्द, उल्टी नई स्ट्रेन के लक्षण
नए लक्षणों (Corona Strain) में पेटदर्द, मितली, उल्टी और सर्दी के साथ ही मांसपेशियों का दर्द, गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल जटिलताएं, कमजोरी और भूख लगने में कमी भी शामिल हैं। डॉक्टर बुखार और खांसी जैसे सामान्य लक्षण न होने के बाद भी टेस्ट करवा रहे हैं तो मरीज कोरोनावायरस पॉजिटिव आ रहे हैं। इससे पहले यूके और अन्य यूरोपीय देशों में इन्फेक्शंस की दूसरी और तीसरी लहर में बुखार या खांसी के अलावा भी लक्षण, असामान्य संकेत सामने आए थे।
लोगों के लापहरवाही से बढ़े केस
(Corona Strain) विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि लोगों के व्यवहार में भी बदलाव आया है। उन्हें लग रहा है कि कोरोना खतरनाक नहीं रहा, इसलिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर के इस्तेमाल में कमी आई है। इसका भी वायरस के नए केस सामने आने में अहम योगदान है।