आम मत | नई दिल्ली
देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर जल्द ही खुशखबरी आ सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सेक्रेटरी राजेश भूषण ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कुछ वैक्सीन कैंडिडेट्स को अगले कुछ हफ्तों में लाइसेंस दिए जा सकते हैं। सीरम, भारत बायोटेक और अमेरिकी कंपनी फाइजर ने इमरजेंसी अप्रूवल के लिए अप्लाई किया है। सरकार ने कहा कि तीनों को या इन तीनों में से किसी एक को जल्द मंजूरी दी जा सकती है।
भूषण ने कहा कि शुरुआती चरण में एक करोड़ हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। मौजूदा कोल्ड चेन में 3 करोड़ वैक्सीन के स्टोरेज की क्षमता है। सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर्स और वैज्ञानिकों से बात भी की थी। देश में अभी 6 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल स्टेज में हैं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि मौजूदा समय भारत में 13 तरह की अलग-अलग बीमारियों के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया चल रही है। ये वैक्सीन बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दी जाती हैं। इस काम में 2 लाख 40 हजार वैक्सीनेटर जुटे हैं।
इनमें से 1 लाख 54 हजार नर्स और मेड वाइफ को वैक्सीनेशन के काम में लगाएंगे, ताकि बाकी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया प्रभावित न हो। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए एडिशनल वैक्सीनेटर की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रहे हैं।