आम मत | वाराणसी
भाजपा के पूर्व विधायक मायाशंकर पाठक को छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए पिटाई कर दी गई। मारपीट का यह मामला शनिवार को हुआ। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर लोगों ने प्रदेश के आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर सहित कई अन्य लोगों ने ट्वीट कर पूर्व विधायक के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
हालांकि दोनों पक्षों में से किसी ने भी पुलिस को तहरीर नहीं दी। चौकाघाट क्षेत्र की कॉटन मिल कॉलोनी निवासी मायाशंकर चिरईगांव विधानसभा से दो बार भाजपा के विधायक रहे हैं। भगतुआ स्थित उनके पैतृक गांव में एक ही परिसर में उनके कई शैक्षणिक संस्थान हैं। वायरल वीडियो के अनुसार, क्षेत्र की ही तीन छात्राएं शैक्षणिक संस्थान गई थी। पूर्व विधायक ने दो छात्राओं को घर जाने के लिए कहा और एक छात्रा से अश्लील हरकत की।
इसकी सूचना पाकर छात्रा के परिजन और परिचित संस्थान पहुंचे और पाठक पर छेड़खानी का आरोप लगाकर माफी मांगने की बात करने लगे। पूर्व विधायक ने कान पकड़ कर माफी मांगी। इसी बीच छात्रा के साथ आए युवकों ने पाठक के साथ गाली-गलौच की और मारपीट भी की।
राजनीतिक और जातिगत द्वेष के कारण हुई मारपीट
दूसरी ओर, पूर्व विधायक ने सोशल मीडिया पर सफाई दी। उनका यह वीडियो मारपीट के वीडियो के वायरल होने के बाद आया। उन्होंने अपने वीडियो में कहा कि उनके साथ हुई घटना राजनीतिक और जातिगत द्वेष के कारण हुई। उन्होंने यह भी बताया कि 8 दिन पहले कक्षा 9 की एक बच्ची उनके पास 26 जनवरी का भाषण तैयार कराने आई थी। छात्रा ठीक से संबोधन नहीं कर पा रही थी तो उन्होंने उसे डांट कर भगा दिया था।
इस पर शनिवार को जाति विशेष के 10-15 लोग संस्थान आए और उनके साथ गाली-गलौच कर मारपीट की। साथ ही माफी मांगने के लिए भी कहा। इस पर उन्होंने कहा कि यदि बच्ची को डांटना गलत है तो वे माफी मांग लेंगे।
दोनों पक्षों ने तहरीर देने से किया मना
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी पिंडरा अभिषेक कुमार पांडेय ने बताया कि वायरल वीडियो की जानकारी मिलने पर दोनों पक्षों से संपर्क किया गया। छात्रा के परिजन और पूर्व विधायक ने भी तहरीर देने से साफ मना कर दिया है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।