आम मत | नई दिल्ली
खेलों के सुप्रीम कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ ऑर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने रूस को अगले दो ओलंपिक (ग्रीष्म और शीतकालीन) या किसी भी विश्व चैंपियनशिप के लिए प्रतिबंधित कर दिया। रूस को अगले दो साल के लिए किसी बड़ी खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी का दावा करने से भी प्रतिबंधित कर दिया।
रूसी खिलाड़ी और टीमें अगर डोपिंग मामलों में नहीं फंसते हैं या डोपिंग मामलों को नहीं दबाते तो अगले साल टोक्यो ओलंपिक और 2022 में बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक के अलावा विश्व चैंपियनशिप और कतर में 2022 में होने वाले फुटबॉल विश्व कप में भाग ले सकती हैं।
कोर्ट ने कहा कि अगर तटस्थ खिलाड़ी या तटस्थ टीम शब्दों को भी समान महत्व दिया जाता है तो खिलाड़ियों की पोशाक पर रूस नाम बरकरार रह सकता है। इसके बावजूद सोचि ओलंपिक 2014 के बाद सरकार समर्थित डोपिंग और मामलों को दबाने के आरोपों के बाद तीन जजों ने रूस को सबसे कड़ी सजा सुनाई।