आम मत | पटना
बिहार विधानसभा में शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में जुबानी जंग देखने को मिली। दोनों ने एक-दूसरे पर बयानों के वार किए। मामला तब शुरू हुआ, जब तेजस्वी यादव ने नीतीश पर चुनाव प्रचार के दौर में बच्चे गिनने के बयान पर निजी हमला किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम अब तक चुप थे। तेजस्वी हमारे बेटे के समान हैं और इनके पिताजी (लालू प्रसाद) हमारी उम्र के हैं। तुमको डिप्टी सीएम किसने बनाया था? आप चार्जशीटेड हो, तुम क्या करते हो, हम सब जानते हैं।
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने तेजस्वी के बयान को शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि सदन के अंदर इस तरह के बयान शर्मनाक हैं, उन्हें मर्यादा का पालन करना चाहिए। मुख्यमंत्री पर इस तरह की टिप्पणी नहीं होनी चाहिए। ये गलत तरह की परंपरा की शुरुआत है।
इससे पहले, तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश जी कह रहे थे कि लड़की पर भरोसा नहीं था। (लालू प्रसाद) लड़कों की चाहत में लड़की पैदा करते रहे। आपको जानकारी नहीं होगी मुख्यमंत्री जी कि दो लड़कों के बाद भी हमें बहन है।
हम ये भी कहना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री जी को एक बेटा है। है भी कि नहीं, वे ही बताएंगे। हमने चुनाव में किसी पर कोई निजी हमला नहीं किया, मुद्दे की बात की। मुख्यमंत्री जी बच्चे गिनते रहे। नीतीश जी को एक बेटा है, लेकिन लोग यह भी कह सकते हैं कि बेटी के डर से दूसरी संतान पैदा नहीं की।
सत्ता पक्ष में चोर और बेईमान लोगः तेजस्वी
हमारे माता-पिता ने संस्कार दिए हैं कि बड़ों का सम्मान करो। हम तो आदरणीय नीतीश जी को चाचा कहकर संबोधित करते थे। अब सदन में तो कोई चाचा-भतीजा है नहीं। यहां तो वे सीएम हैं और हम ऑपोजिशन लीडर हैं। लेकिन, हमारे मुख्यमंत्री जी ने क्या कहा बौखलाहट में? बच्चे गिन रहे थे कि किसको कितने बच्चे हैं? लालू प्रसाद के बारे में क्या कह रहे थे? सत्ता पक्ष में चोर और बेईमान लोग हैं। एनडीए चोर दरवाजे से सत्ता में आया है।