-नवविवाहित 80 प्रतिशत जोड़े विदेश जाने के लिए करा रहे मैरिज रजिस्ट्रेशन,
-रजिस्ट्रेशन कराने वालों में 70 साल के बुजुर्ग भी शामिल
-पिछले एक वर्ष में 1471 लोगों ने कराया मैरिज रजिस्ट्रेशन
करनाल | आम मत ब्यूरो (Karnal News)
विदेश जाने के लिए अब कप्पल में क्रेज बढ़ रहा है। नए रिश्तों में इसी आधार पर परफारमेंस दी जाने लगी है। किसी का बेटा तो किसी की बेटी विदेश जाने की इच्छुक होती है। तो ऐसी स्थिति में विदेश जाने के लिए एक खर्च में एक से भले दो की नीति को अपनाया जा रहा है।
नगर निगम में Marriage Registration कराने वाले में 80 प्रतिशत आवेदकों का मैरिज रजिस्टर्ड कराने का कारण विदेश गमन करना है। विदेश जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले न केवल नवविवाहित जोड़ें हैं, बल्कि इनमें 70 साल की उम्र तक के बुजुर्ग भी शामिल हैं, जो अपने बेटा-बेटी के पास जाना चाहते हैं। पांच साल पहले जहां नगर निगम को मैरिज रजिस्टर्ड कराने के लिए लोगों को जागरूक करने की जहमत उठानी पड़ती थी, लेकिन अब विवाहित जोड़े मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए खुद ही नगर निगम कार्यालय में पहुंच रहे हैं।
नगर निगम कार्यालय के मैरिज रजिस्ट्रेशन कक्ष में हर दिन आवेदन के लिए लोगों का आवागमन लगा रहता है। निगम की विवाह पंजीकरण शाखा के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल में एक जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक पूरे एक साल में 1471 लोगों ने मैरिज रजिस्ट्रेशन कराया है। इस हिसाब से हर महीने एवरेज 123 लोग मैरिज रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। विवाह पंजीकरण कराने वालों में 10 प्रतिशत जोड़े ऐसे हैं जो भविष्य की संभावनाओं के मद्देनजर मैरिज रजिस्ट्रेशन कराते आते हैं। इनमें हर उम्र दराज के दंपती होते हैं।
5 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन सरकारी अनुदान के लिए
केंद्र सरकार की ओर से अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहन देने के लिए आर्थिक सहायता देने की योजना चलाई गई है। इस योजना के तहत सरकार अंतरजातीय विवाह करने वाले नव दंपति को आर्थिक मदद देती है। इसी के चलते मैरिज रजिस्ट्रेशन कराने वालों में 2 से 5 प्रतिशत तक दंपती अंतरजातीय विवाह कराने वाले होते हैं।
लेबर कार्ड वाले श्रमिकाें को मिलता है अनुदान
जिन श्रमिकों का लेबर कार्ड बना हुआ है। उनको हरियाणा लेबर डिपार्टमेंट की ओर से बेटी की शादी में कन्यादान दिया जाता है। इस लाभ के लिए विवाह पंजीकरण भी कराना होता है। इसी के चलते 5 प्रतिशत आवेदक ऐसे होते हैं, जिनको सरकारी योजना का लाभ लेना होता है। इसके अलावा बैंक कर्मचारी व सेना कर्मचारी भी सर्विस से संबंधित योजनाओं का लाभ लेने के लिए मैरिज रजिस्ट्रेशन कराते हैं।