आम मत | ब्रिस्बेन
ब्रिस्बेन में खेले जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन रविवार को भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को नाकों चने चबवा दिए। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में तीन-तीन विकेट हासिल करने वाले वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने बल्ले से भी जौहर दिखाए। दोनों ने अर्धशतकीय पारी खेली।
ठाकुर और सुंदर ने 7वें विकेट के लिए 123 रन की बेहतरीन साझेदारी की। शार्दुल ने 115 गेंदों पर 9 चौके और 2 छक्कों की मदद से सर्वाधिक 67 रन बनाए। वहीं, वॉशिंगटन ने 62 रन की पारी में 7 चौके और एक छक्का जड़ा। इससे पहले, दूसरे दिन नाबाद रहे कप्तान अजिंक्या रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने 62 रन के कुल स्कोर से पारी की शुरुआत की। हालांकि, दोनों के बीच लंबी साझेदारी नहीं हो सकी।
105 रन के कुल स्कोर पर चेतेश्वर पुजारा महज 25 रन बनाकर चलते बने। पुजारा के बाद क्रीज पर आए मयंक अग्रवाल (38) ने रहाणे (37) के साथ स्कोर बढ़ाने की कोशिश की। टीम का स्कोर अभी 144 रन ही हुआ था कि मिशेल स्टार्क ने कप्तान रहाणे को स्टीव स्मिथ के हाथों कैच कराकर भारत को एक और अहम झटका दिया।
एकबारगी लगने लगा था कि भारतीय पारी ज्यादा लंबी नहीं चल पाएगी और ऑस्ट्रेलिया ने मैच पर पकड़ बना ली है। लेकिन वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की बेहतरीन बल्लेबाजी ने मैच भारत की पकड़ में ला दिया। वॉशिंगटन सुंदर नौवें विकेट के रूप में आउट हुए। इसके बाद मोहम्मद सिराज भी 336 रन के स्कोर पर आउट होकर पैवेलियन लौट गए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हैजलवुड ने सर्वाधिक 5 विकेट झटके। वहीं, स्टार्क और पैट कमिंस ने दो-दो विकेट हासिल किए। तीसरे दिन का मैच खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी विकेट के 21 रन बना लिए थे। डेविड वॉर्नर 20 रन और मार्कस हैरिस 1 रन पर नाबाद थे।