BCCI की बैठक में फैसलाः भारतीय टीम के चीफ सिलेक्टर बने चेतन शर्मा, IPL में इस बार होंगी 10 टीम
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आम मत | अहमदाबाद
भारतीय क्रिकेट को और बेहतर बनाने के लिए बीसीसीआई अधिकारियों ने घंटों माथापच्ची की। हर साल होने वाली इस बैठक में क्रिकेट से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए। इसमें सबसे बड़ा फैसला था भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता का। इस पद के लिए कई खिलाड़ियों के नाम सामने आ रहे थे लेकिन बाद में पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा को ये अहम जिम्मेदारी दी गई। इसके साथ ही और भी कई फैसले हुए। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की संचालन संस्था ने गुरुवार को वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दो नई फ्रेंचाइजियों के प्रवेश को स्वीकृति दी जिससे 2022 से यह 10 टीमों का टूर्नामेंट होगा।
एक अन्य बड़े फैसले में बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से कुछ स्पष्टीकरण के बाद क्रिकेट के टी-20 प्रारूप को 2028 लॉस एंजिलिस ओलंपिक में शामिल करने की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की दावेदारी का सैद्धांतिक रूप से समर्थन करने को राजी हो गया। यह भी फैसला किया गया कि सभी पुरुष और महिला प्रथम श्रेणी खिलाड़ियों को कोरोना के कारण संशोधित घरेलू सत्र को देखते हुए उपयुक्त मुआवजा दिया जाएगा।
बीसीसीआई कई महीनों के विलंब के बाद जनवरी में सैयद मुश्ताक अली टी20 चैंपियनशिप के साथ घरेलू सत्र शुरू करने की योजना बना रहा है। अन्य फैसलों में कांग्रेस के अनुभवी नेता राजीव शुक्ला को उत्तराखंड के माहिम वर्मा की जगह औपचारिक रूप से बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। यह भी पता चला है कि आम सभा ने आईसीसी बोर्ड में सौरव गांगुली के निदेशक के रूप में बकरार रहने के पख में फैसला किया है।
मोहंती-कुरूविला चयन समिति के सदस्य
सचिव जय शाह वैकल्पिक निदेशक और वैश्विक संस्था की मुख्य कार्यकारियों की समिति में भारत के प्रतिनिधि होंगे। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा (Chetan Sharma Chief Selectors ) बीसीसीआई की सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति के नए अध्यक्ष होंगे। बीसीसीआई चयनकर्ता चेतन शर्मा, अभय कुरूविला और देबाशीष मोहंती बीसीसीआई सीनियर चयन समिति के नये सदस्य होंगे। कांग्रेस के अनुभवी नेता राजीव शुक्ला को उत्तराखंड के माहिम वर्मा की जगह औपचारिक रूप से बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
बृजेश पटेल बने रहेंगे IPL संचालन परिषद के चेयरमैन
बृजेश पटेल आईपीएल संचालन परिषद के चेयरमैन बने रहेंगे। कोरोना के बीच उचित योजना नहीं बना पाना राव को बाहर करने के बड़े कारणों में से एक है। बिहार के पूर्व कप्तान राव लंबे समय से बीसीसीआई के साथ काम कर रहे हैं और घरेलू क्रिकेट के संचालन की मुख्य जिम्मेदारी उनके पास थी। इसके साथ ही अंपायरों और स्कोरर की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी गई। बीसीसीआई के मान्यता प्राप्त स्कोरर और अंपायर अब 55 की जगह 60 बरस की उम्र में सेवानिवृत्त होंगे।