नई दिल्ली, 26 नवंबर 2024:
Shashi Ruia News: एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी अद्वितीय नेतृत्व क्षमता और उद्योग जगत में योगदान को लेकर उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। शशि रुइया ने भारतीय कॉर्पोरेट जगत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का सपना देखा और उसे साकार भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शशिकांत रुइया के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया और उन्हें “भारत की व्यावसायिक क्रांति का प्रेरणास्त्रोत” बताया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक मार्मिक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने रुइया के योगदान और दूरदर्शिता को सराहा।
शशिकांत रुइया का जीवन और करियर
शशिकांत रुइया का जन्म एक साधारण व्यापारी परिवार में हुआ था, लेकिन उनके विचार और दृष्टिकोण असाधारण थे। उन्होंने 1969 में अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार समूह की स्थापना की।
शुरुआती दिनों में, एस्सार ने निर्माण और तेल उद्योग में काम किया। धीरे-धीरे, शशि रुइया की दूरदर्शिता ने कंपनी को ऊर्जा, इस्पात, बुनियादी ढांचा, शिपिंग, और टेलीकॉम जैसे विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किया।
उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और नवाचार के प्रति झुकाव ने एस्सार को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई।
एस्सार समूह: भारत के कॉर्पोरेट जगत की रीढ़
एस्सार समूह, जिसे शशिकांत रुइया और रवि रुइया ने मिलकर खड़ा किया, आज भारत के सबसे बड़े कॉर्पोरेट समूहों में से एक है। यह समूह 20 से अधिक देशों में सक्रिय है और हजारों लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
कंपनी की प्रमुख उपलब्धियाँ:
- एनर्जी सेक्टर: एस्सार ऑयल को भारत की सबसे बड़ी निजी तेल रिफाइनरी कंपनियों में से एक के रूप में स्थापित किया।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर: पोर्ट और सड़क निर्माण में एस्सार ने अभूतपूर्व योगदान दिया।
- स्टील इंडस्ट्री: एस्सार स्टील भारत के सबसे बड़े स्टील उत्पादकों में शामिल है।
- शिपिंग और टेलीकॉम: ये क्षेत्र समूह की बहुआयामी क्षमता को दर्शाते हैं।
पीएम मोदी का श्रद्धांजलि संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शशिकांत रुइया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक “महान उद्योगपति और दूरदर्शी नेता” बताया।
पीएम मोदी ने अपने संदेश में लिखा:
“शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत की एक महान हस्ती थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यावसायिक परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने नवप्रवर्तन और विकास के लिए उच्च मानक स्थापित किए। वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे और चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं। उनका निधन अत्यंत दुखद है।”
व्यापार जगत का शशिकांत रुइया को सलाम
शशि रुइया के निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर है। देश के कई प्रमुख उद्योगपतियों और व्यापारिक समूहों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
- मुकेश अंबानी: “शशि रुइया का योगदान भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में अमिट रहेगा।”
- आनंद महिंद्रा: “उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व ने हमें हमेशा प्रेरित किया।”
रुइया परिवार का संदेश
रुइया परिवार ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा:
“हमने एक मार्गदर्शक और परिवार के स्तंभ को खो दिया है। उनकी स्मृतियाँ और विचार हमेशा हमारे साथ रहेंगे।”
शशि रुइया की विरासत: एस्सार के प्रमुख प्रोजेक्ट्स
शशि रुइया के नेतृत्व में एस्सार ने कई अद्वितीय परियोजनाएँ पूरी कीं।
1. एस्सार ऑयल रिफाइनरी, गुजरात
विश्व स्तरीय यह रिफाइनरी भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
2. एस्सार स्टील
देश में सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र, जो निर्यात में अग्रणी है।
3. इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास
मुंद्रा पोर्ट और सड़क परियोजनाएँ एस्सार की शक्ति और दूरदर्शिता को दर्शाती हैं।
4. वैश्विक विस्तार
एस्सार ने अमेरिका, कनाडा, और यूरोप में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
शशिकांत रुइया कौन थे?
शशिकांत रुइया एस्सार समूह के सह-संस्थापक और भारत के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक थे।
एस्सार समूह किन क्षेत्रों में सक्रिय है?
एस्सार समूह ऊर्जा, इस्पात, शिपिंग, टेलीकॉम, और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में कार्यरत है।
शशि रुइया का प्रमुख योगदान क्या था?
उनका मुख्य योगदान भारतीय उद्योग को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना और विभिन्न क्षेत्रों में एस्सार समूह का विस्तार करना था।
पीएम मोदी ने शशि रुइया के लिए क्या कहा?
पीएम मोदी ने उन्हें “दूरदर्शी नेता” बताया और उनके योगदान को भारतीय कॉर्पोरेट जगत के लिए मील का पत्थर कहा।
रुइया परिवार ने उनके निधन पर क्या कहा?
परिवार ने शोक जताते हुए कहा कि उनकी स्मृतियाँ और विचार हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेंगे।
मुख्य बातें
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