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कैसा रहा राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल का इतिहास, मोहनलाल सुखाड़िया रहे हैं सबसे लंबे समय तक सीएम

राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल

राजस्थान की राजनीति में नए सूरज का उदय हो चुका है. लंबे समय से अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे के इर्द गिर्द राजस्थान की सत्ता घूमती रही थी, लेकिन इस बार भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला. भाजपा ने भी सभी को चौंका दिया है. पहली बार विधायक का चुनाव जीतकर विधायक बने भजन लाल को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. 15 दिसंबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो रहा है. इसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है. लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री की बात करें. तो अशोक गहलोत लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे. तीन बार चुनाव जीतकर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुए. तो पुराने इतिहास पर नजर डालें तो 1949 से लेकर अब तक कई मुख्यमंत्री का कार्यकाल रहा. लेकिन सबसे लंबा कार्यकाल मोहनलाल सुखाड़िया कर रहा है.

जैन समाज से आते हैं मोहनलाल सुखाड़िया

मोहनलाल सुखाड़िया जैन समाज से आते हैं. वो 13 नवंबर 1954 से 13 मार्च 1967 तक, कुल 12 साल 120 दिन तक राजस्थान मुख्यमंत्री के पद पर रहे.मोहनलाल सुखाड़िया  26 अप्रैल 1967 एक बार फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए, इस पद पर वह 9 जुलाई 1971 तक बने रहे. इस दौरान उनका कार्यकाल 4 साल 74 दिन तक रहा. इस हिसाब से मोहनलाल सुखाड़िया 16 साल और 194 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे. इसी तरह से हीरालाल शास्त्री ब्राह्मण जाति से थे. वो 7 अप्रैल 1949 से 6 जनवरी 1951 तक, कुल 1 साल 274 दिन का तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे. सीएस वेंकटचारी 6 जनवरी 1951 से लेकर 26 अप्रैल 1951 तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे. उनका कार्यकाल मात्र 110 दिन तक रहा. जय नारायण व्यास भी ब्राह्मण जाति से थे. वो 26 अप्रैल 1951 को राजस्थान के मुख्यमंत्री बने और इस पद पर 3 मार्च 1952 तक रहे. इस तरह उनका सीएम कार्यकाल कुल 312 दिन तक रहा. टीकाराम पालीवाल का संबंध ब्राह्मण जाति से था. वो 3 मार्च 1952 से 1 नवंबर 1952 तक कुल 243 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

राजस्थान के पहले मुस्लिम मुख्यमंत्री थे बरकतुल्लाह खान

बरकतुल्लाह खान राजस्थान के पहले मुस्लिम मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए. वो इस पद पर 9 जुलाई 1971 से 11 अक्टूबर 1973 तक, कुल 2 साल 94 दिन तक सीएम कार्यकाल रहा. हरदेव जोशी 11 अक्टूबर 1973 राजस्थान के मुख्यमंत्री बने. इस पद पर 3 साल 200 दिनों (29 अप्रैल) 1977 तक बने रहे. भैरो सिंह शेखावत राजस्थान में पहले गैर कांग्रेस मुख्यमंत्री थे. जनता पार्टी की जीत के बाद भैरो सिंह शेखावत पहली बार 22 जून 1977 को राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, उनका ये कार्यकाल 16 फरवरी 1980 तक यानी 2 साल 239 दिनों तक रहा था. जगन्नाथ पहाड़िया ने साल 1980 में वैर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस की तरफ से वो मुख्यमंत्री पद के निर्वाचित हुए. जगन्नाथ पहाड़िया ने 6 जून 1980 से 14 जुलाई 1981 तक, कुल 1 साल 38 दिन का राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर रहे.

कितना रहा है राजस्थान के मुख्यमंत्रियों का काल

  • शिवचरण माथुर (कायस्थ)- 14 जुलाई 1981 से 23 फरवरी 1985 तक, कुल 3 साल 224 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.
  • हीरालाल देवपुरा (महेश्वरी)- 23 फरवरी 1985 से 10 मार्च 1985 तक, कुल 15 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.
  • हरदेव जोशी (ब्राह्मण)- 10 मार्च 1985 से 20 जनवरी 1988 तक, कुल 2 साल 316 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.
  • शिवचरण माथुर (कायस्थ) 20 जनवरी 1988 से 4 दिसंबर 1989 तक, कुल 1 साल 318 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.
  • हरदेव जोशी (ब्राह्मण)- 4 दिसंबर 1989 से 4 मार्च 1990 तक दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, उनका दूसरा कार्यकाल कुल 90 दिनों तक रहा.
  • भैरो सिंह शेखावत (राजपूत) भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 4 मार्च 1990 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, वह इस पद पर 15 दिसंबर 1992 तक, कुल 2 साल 286 दिन तक रहे. इसके बाद 10वीं विधानसभा में बीजेपी की जीत पर तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने. तीसरे टर्म में वो 4 दिसंबर 1993 से 1 दिसंबर 1998 तक कल 4 साल 362 दिन तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे.

साल 1998 में सीएम बने थे अशोक गहलोत

अशोक गहलोत कांग्रेस की तरफ से 1 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर 2003 तक, कुल 5 साल 7 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.वसुंधरा राजे सिंधिया का संबंध भी ओबीसी जाति से है. राजस्थान के 12वीं विधानसभा चुनाव में जीतने पर पहली बार 8 दिसंबर 2003 को मुख्यमंत्री बनी, वह इस पद पर 12 दिसंबर 2008 तक, 5 साल 4 दिनों तक रहीं. राजस्थान में कांग्रेस की जीत पर अशोक गहलोत को दूसरी बार 12 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री बनाया गया. वो अपने दूसरे कार्यकाल में 13 दिसंबर 2013 तक, कुल 5 साल 1 दिन तक सीएम के पद पर रहे.राजस्थान में साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पर वसुंधरा राजे सिंधिया दूसरी बार सीएम बनी. उनका दूसरा सीएम कार्यकाल 13 दिसंबर 2013 से 17 दिसंबर 2018 तक, कुल 5 साल 4 दिन रहा. साल 1993 से कायम हुआ सरकार बदलने का रिवाज 2018 में भी कायम रहा. साल 2018 में कांग्रेस की जीत अशोक गहलोत को तीसरी बार प्रदेश का मुखिया बनाया गया. वो इस पद 17 दिसंबर 2018 से 13 दिसंबर 2023 तक पर कुल 4 साल 361 दिन तक बने रहे. ऐसे में साफ है की सबसे लंबे समय का मुख्यमंत्री का कार्यकाल मोहनलाल सुखाडिया का रहा.

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