आम मत | नई दिल्ली
भारत रत्न और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनका शव दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में पंचतत्व में विलीन हुआ। उनके पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने मुखाग्नि दी। कोरोना प्रोटोकॉल के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके परिजन पीपीई किट पहने नजर आए। पुत्र ने कहा कि उनका निधन कोरोना के कारण नहीं, बल्कि ब्रेन सर्जरी के कारण हुई है।
इससे पहले, 10 राजाजी मार्ग स्थित घर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उल्लेखनीय है कि प्रणब दा का सोमवार को निधन हो गया था। प्रणब का जन्म ब्रिटिश दौर की बंगाल प्रेसिडेंसी (अब पश्चिम बंगाल) के मिराती गांव में 11 दिसंबर 1935 को हुआ था।
उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस और हिस्ट्री में एमए किया। वे डिप्टी अकाउंट जनरल (पोस्ट एंड टेलीग्राफ) में क्लर्क भी रहे। 1963 में वे कोलकाता के विद्यानगर कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस के लेक्चरर भी रहे।