आम मत | नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को पार्टी के नाराज वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान 20 नेता शामिल हुए। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहे। मीटिंग में पार्टी नेताओं की शिकायतें, आने वाले चुनावों की रणनीति और नए पार्टी अध्यक्ष पर चर्चा हुई। इसमें आम राय बनी कि जल्द ही एक चिंतन शिविर रखा जाएगा। इसमें पार्टी नेता आगे की रणनीति के बारे में चर्चा करेंगे।
बैठक में राहुल गांधी ने अपनी राय रखी और नाराज नेताओं को मनाने की पूरी कोशिश की। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालनी चाहिए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी जो भूमिका तय करेगी, उसे निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि चुनाव तय करेंगे कि नेता कौन होगा।
हम भाजपा नहीं जो वरिष्ठ नेताओं को कर दें दरकिनारः राहुल
बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि हम भाजपा नहीं हैं, जो अपने वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर दे। युवाओं के जोश और वरिष्ठों के अनुभव से ही पार्टी आगे बढ़ेगी। यहां लड़ाई युवा बनाम बुजुर्ग की नहीं है। कोई खुद को उपेक्षित ना समझे। पार्टी में पद नहीं, उसकी मजबूती महत्त्वपूर्ण है। यहां हर व्यक्ति का सम्मान है। आपमें से कई मेरे पिता के सहयोगी रहे हैं। मैं सबके योगदान और अनुभव की सराहना और सम्मान करता हूं।
इन्होंने लिया बैठक में हिस्सा
बैठक में हिस्सा लेने के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी 10 जनपथ पहुंचे। पिछले दिनों अहमद पटेल के निधन के बाद एक पूर्व मुख्यमंत्री सोनिया गांधी से मिले थे। उन्होंने अंतरिम अध्यक्ष से पार्टी नेताओं से मुलाकात कर मुद्दे सुलझाने की अपील की थी। इसी वजह से यह बैठक बुलाई गई थी।