आम मत | वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी यात्रा के दौरान देव दीपावली के अवसर पर राजघाट पर दीप प्रज्ज्वलित किया। दीप जलाने के बाद पीएम मोदी ने राजघाट पर जनसभा को संबोधित किया। नए कृषि कानून के खिलाफ हो रहे धरना-प्रदर्शन पर कहा कि नए काम के दौरान इस तरह के विरोध होते रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज हम सुधार की बात करते हैं। समाज और व्यवस्था में सुधार के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे। हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं, तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर जरूर उठते हैं। लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सब कुछ ठीक हो जाता है। यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के चलते कितनी चीजें बदल गई, लेकिन इसका काशी की ऊर्जा, भक्ति और शक्ति पर कोई असर नहीं पड़ा। पीएम ने कहा की वाराणसी से जो माता अन्नपूर्णा की मूर्ति चोरी हो गई थी वह एक बार फिर वापस आ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी देवी देवताओं की यह प्रचीन मूर्तियां आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी है।
उन्होंने विपक्ष को कोसते हुए कहा कि अगर यह प्रयास पहले किया गया होता तो काफी मूर्तियां पहले ही मिल गई होती। उन्होंने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब होता है धरोहर जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है अपना परिवार।
उन्होंने कहा हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था, हमारे मूल्य! लेकिन, कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीर. इसलिए उनका ध्यान परिवार को बचाने जबकि हमारा ध्यान देश की विरासत को बचाने में लगा रहा।