आम मत | पटना / नई दिल्ली
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लोकतांत्रिक जनता पार्टी (लोजपा) प्रमुख चिराग पासवान के भविष्य पर चुनाव परिणाम से पहले ही मंथन शुरू हो गया है। बिहार प्रदेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बड़ी बात कही है। ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए में दिलचस्प राजनीति देखने को मिली है।
मोदी कैबिनेट में चिराग के पिता रामविलास पासवान खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। उनके निधन के कारण लोजपा कोटे से मंत्रिमंडल में एक सीट खाली है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि मोदी मंत्रिमंडल में चिराग पिता रामविलास का स्थान लेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग ने लोजपा को एनडीए गठबंधन से अलग कर लिया है। चुनाव प्रचार के दौरान वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर खूब हमला कर रहे हैं। प्रधानमंत्री की तारीफ करते हैं। खुद को मोदी का हनुमान बताते हैं। इसे चिराग की भविष्य की राजनीति की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
प्रदेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने रविवार को कहा कि बिहार के संदर्भ में राजग में लोजपा की वापसी के प्रस्ताव का जदयू विरोध करेगी। जिस तरह से चिराग ने नीतीश कुमार के खिलाफ विषवमन किया है उसके बाद यह कैसे संभव है कि जदयू चिराग पासवान की एनडीए में वापसी का विरोध नहीं करे?
दरअसल चिराग पासवान द्वारा प्रधानमंत्री की सराहना और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विषवमन इसलिए किया जाता है कि राजनीति में उनका स्थान बने।