आम मत | श्रीनगर
जम्मू कश्मीर में पिछले साल अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी होने के बाद शनिवार को पहली बार चुनाव हुए डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल (DDC) के चुनावों के पहले फेज में 43 सीटों के लिए 51.79% वोटिंग हुई। DDC, पंच और सरपंच चुनावों में पहली बार पश्चिमी पाकिस्तान के रिफ्यूजी को भी वोट करने का अधिकार दिया गया।
7 दशक में पहली बार ऐसा है कि जब इन रिफ्यूजियों ने राज्य में पंचायत स्तरीय चुनाव में वोटिंग की। जानकारी के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के 22 हजार से अधिक परिवार हैं। आबादी के लिहाज से इनकी संख्या 1.5 लाख से ज्यादा है। इनमें 1 लाख रिफ्यूजी को वोटिंग का अधिकार है।
पहले फेज की वोटिंग में करेरवा के एक वोटर ने कहा कि यह दूरदराज का इलाका है। हम अपने इलाके के विकास के लिए वोट डालने आए हैं। दूसरे वोटर ने कहा अब तक हमसे सिर्फ वादे किए जाते थे, लेकिन इस बार हम जमीनी स्तर पर विकास के लिए वोट डाल रहे हैं। पहली बार वोट डाल रहे शौकत अहमद ने कहा कि हमारी पहचान का सवाल है, इसलिए मैं सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ वोट डालूंगा।