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राजस्थानः दूसरे दिन भी पटरियों पर बैठे रहे गुर्जर समाज के लोग, विधानसभा में उठा मुद्दा

आम मत | जयपुर / भरतपुर

राजस्थान में गहलोत सरकार और गुर्जर समाज में गतिरोध दूसरे दिन सोमवार को भी जारी रहा। गुर्जर समाज के लोग दूसरे दिन भी भरतपुर के पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक पर बैठे रहे। कई स्थानों पर रेलवे ट्रैकों को नुकसान भी पहुंचाया गया। राजस्थान में मोस्ट बैकवर्ड क्लास (MBC) में बैकलॉग की भर्तियों समेत अन्य मांगों के लिए गुर्जरों ने फिर से आंदोलन शुरू किया था।

दूसरी ओर, राजस्थान विधानसभा में भी आंदोलन का मसला उठाया गया। सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने राज्य सरकार से इस पर जवाब देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की उपसमिति ने गुर्जर नेताओं के साथ बातचीत की है फिर भी गुर्जर आंदोलनकारियों ने रेलवे पटरियों पर जाम लगा रखा है।

राठौड़ ने कहा कि आंदोलन के चलते कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। रेल ओर सड़क यातायात को भी बंद किया गया है। राज्य सरकार को इस मुद्दे पर सदन को सूचित करना चाहिए।

ये हैं बैंसला गुट की 6 मांगें

  • समझौता और मैनिफेस्टो में वादे के मुताबिक बैकलॉग की भर्तियां निकाली जाएं।
  • भर्तियों में पूरा 5 प्रतिशत आरक्षण मिले।
  • आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा मिले।
  • आरक्षण विधेयक को नवीं अनुसूची में डाला जाए।
  • MBC कोटे से भर्ती 1252 कर्मचारियों को रेगुलर पे-स्केल मिले।
  • देवनारायण योजना में विकास योजनाओं के लिए बजट दिया जाए।

बस-ट्रेन पर रोक और इंटरनेट सेवा बंद

दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर आंदोलनकारियों के जमावड़ें के चलते 40 मालगाड़ियों समेत 60 ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा। वहीं, दिल्ली-मुंबई की ट्रेनों को डायवर्ट करने के अलावा 2 यात्री ट्रेनें रद्द भी करनी पड़ी। इसी तरह, रोडवेज के पांच बड़े डिपो दौसा, हिंडौन, करौली, भरतपुर और बयाना की करीब 220 बसों को रोक दिया गया। साथ ही, भरतपुर, करौली, दौसा, सवाईमाधोपुर और जयपुर जिले की कई तहसीलों में इंटरनेट बंद है।

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