आम मत | नई दिल्ली
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की दिल्ली की सीमाओं पर किसान सोमवार को भूख हड़ताल पर बैठे। इस बीच भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा) के प्रेसिडेंट गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि सरकार एमएसपी पर सभी को गुमराह कर रही है। एक तरफ भाजपा यह प्रचार कर रही है कि एमएसपी जारी रहेगी। उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने 8 दिसंबर को हमारे साथ मीटिंग में कहा था कि सरकार सभी 23 फसलों को एमएसपी पर नहीं खरीद सकती, क्योंकि इस पर 17 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के मुद्दे पर सोमवार को फिर मीटिंग की। दूसरी ओर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलने पहुंचे। किसानों की भूख हड़ताल के समर्थन में AAP भी धरना कर रही है। कृषि कानूनों के समर्थन में देशभर के 10 किसान संगठनों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ मीटिंग की है।
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के बीच, भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने सोमवार को दावा किया कि देश के 99 प्रतिशत किसान मोदी सरकार के साथ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जारी किसानों आंदोलन को हवा दी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस किसानों के नाम पर राजनीतिक रोटियां न सेंके। देश के किसान इन कानूनों के पक्ष में हैं, जो किसान भाई सिंघु बॉर्डर पर बैठे हैं वो भी हमारे अपने हैं। सरकार हर प्रश्न का उत्तर देने और हर समस्या के समाधान के लिए तैयार है।