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प्रवेश की इजाजत के बाद भी सिंधु बॉर्डर पर डटे किसान, बोले- दिल्ली घेरने आए हैं, दिल्ली में घिरने नहीं

आम मत | नई दिल्ली

केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नए तीन कृषि कानून को लेकर भले ही पुलिस ने किसानों को दिल्ली के बुराड़ स्थित निरंकारी मैदान में प्रदर्शन करने की इजाजत दे दी हो। बावजूद इसके किसान सिंधु बॉर्डर पर डट गए हैं। उन्होंने कहा कि वे दिल्ली को घेरने आए हैं, ना कि दिल्ली में घिर जाने के लिए आए हैं। हजारों किसान सिंघु बॉर्डर पर ही डेरा जमा लिया है। उनका कहना है कि हम हाईवे पर ही प्रदर्शन करेंगे। एक किसान ने कहा- हमारे पास 6 महीने का राशन है। किसानों के खिलाफ बने काले कृषि कानूनों से मुक्ति के बाद ही वापस जाएंगे।

दूसरी ओर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आंदोलन का रास्ता छोड़ने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ मुद्दों पर हमेशा चर्चा के लिए तैयार है। इससे पहले, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी किसानों से इसी तरह की अपील की। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली पहुंचे किसानों से कहा कि वे आंदोलन का रास्ता छोड़ दें।

नए कृषि संबंधी कानूनों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से सीएम खट्टर ने केन्द्र सरकार हमेशा उनसे बातचीत के लिए तैयार है। खट्टर ने अपील करते हुए कहा, मेरे सभी किसान भाइयों से अपील है कि वे अपनी सभी जायज मुद्दों के लिए सीधे केन्द्र से बातचीत करें। आंदोल इसका जरिया नहीं है। इसका हल बातचीत से ही निकलेगा।

इधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है. सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती. मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे. ये तो बस शुरुआत है!

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