आम मत | नई दिल्ली | कराची
पाकिस्तान के कराची में शुक्रवार को हजारों सुन्नी मुसलमानों ने शिया समुदाय के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही, भीड़ ने ‘शिया काफिर हैं’ के नारे भी लगाए। आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (एसएसपी) ने शिया मुसलमानों के खिलाफ सुन्नी समुदाय के लोगों को भड़काना शुरू कर दिया। इधर, सोशल मीडिया पर भी शिया-सुन्नी में जंग छिड़ गई। देखते ही देखते ट्वीटर पर #ShiaGenocide ट्रेंड करने लगा।
एक तरफ सुन्नी समुदाय शियाओं पर कमेंट कर रहे थे। दूसरी ओर शिया समुदाय के लोगों ने इस्लाम और इंसानियत का हवाला देते हुए ऐसे हमले बंद करने की मांग की। शिया समुदाय के एक युवक ने मीट शेयर कर सुन्नी समुदाय से पूछा, ”आप इस्लाम को शांति का धर्म बताते हो और दूसरी ओर इंसानियत का खून भी करते हो।” न्यूज एजेंसी ने बताया कि पिछले महीने मुहर्रम पर आशूरा जुलूस का टीवी चैनल पर प्रसारण किया गया।
आरोप है कि इसमें कुछ शिया धर्म गुरुओं ने इस्लाम के खिलाफ कमेंट किया। पाकिस्तान की सोशल एक्टिविस्ट आफरीन ने ट्वीट किया कि इसके बाद से कई शिया मुस्लिमों पर धार्मिक पुस्तकों को पढ़ने और आशूरा जुलूस में हिस्सा लेने के लिए हमला किया गया।